
बांदा। मौरंग लदे ट्रकों को सीज करना नरैनी एसडीएम को भारी पड़ गया । पहले भाजपा विधायक ने ट्रकों को पकड़ने पर एसडीएम को जबरदस्त डांट लगाई। इसके बाद कुछ लोगों ने एसडीएम पर जानलेवा हमला कर दिया। उनकी कार को पलटने की भी कोशिश की गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बांदा में मौरंग लदे ट्रक को सीज करने पर एसडीएम नरैनी की गाड़ी पर हथियारों से लैस दो दर्जन से अधिक हमलावरों ने हमला बोल दिया। रविवार की आधी रात एसडीएम को हथियारबंद लोगों ने रोका और गाली-गलौज करते हुए गाड़ी पलटाने की कोशिश की। जान से मारने की धमकी दी और ट्रक छोड़ने का दबाव बनाया। ड्राइवर ने बचाने की कोशिश की तो उस पर भी हमला कर दिया। गिरवां थाने की पुलिस जब तक पहुंचती, हमलावर भाग निकले। इसी मामले में सोमवार दोपहर विधायक द्वारा थप्पड़ मारने की सूचना वायरल होने लगी, जिसे विधायक ने गलत बताया है। हालांकि विधायक ने माना कि उन्होंने ट्रक पकड़ने पर एसडीएम को डांटा था। एसडीएम के चालक की तहरीर पर चार नामजद और 25-30 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
नरैनी के एसडीएम अमित शुक्ला के सरकारी ड्राइवर महवा निवासी कामता प्रसाद मिश्रा द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार रविवार रात एसडीएम अवैध खनन एवं परिवहन की चेकिंग कर रहे थे। खुरहंड रोड से दो मौरंग ओवरलोड ट्रकों को सीजकर उन्होंने चौकी पर पुलिस के सुपुर्दगी में दिया गया। इसके बाद चेकिंग करते हुए पैगम्बरपुर-जरर मोड़ पर पहुंचे। रात के करीब 10:45 बजे छह कारों में ललित गुप्ता निवासी इटरा खुरहंड, आलोक सिंह, छोटकू द्विवेदी, बड़कू द्विवेदी अपने 25-30 साथियों के साथ आए और एसडीएम की गाड़ी को घेरकर रोक लिया।
इनमें से अधिकांश लोगों के हाथों में हॉकी, डंडे और रॉड थे। हमलावर गाली-गलौज करते हुए एसडीएम की गाड़ी को पलटाने लगे। विरोध करने पर कॉलर और हाथ पकड़कर खींच लिया। जमीन पर पटक दिया। जान से मारने की धमकी देते हुए एसडीएम पर सीज किए गए दोनों ट्रकों को छोड़ने का दबाव बनाया। चालक हमलावरों को गाड़ी से दूर हटाने लगा तो उनके सिर पर रॉड मार दी, हालांकि वह बाल-बाल बच गया।
एसडीएम की सूचना देने पर कुछ ही देर में गिरवां थाने का फोर्स पहुंच गया। तब तक हमलावर भाग निकले। पुलिस ने ललित गुप्ता, आलोक सिंह, छोटकू द्विवेदी, बड़कू द्विवेदी और 25-30 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में एसडीएम से बात करने की कोशिश की गई परंतु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।
इस बाबत सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने कहा कि मेरे द्वारा एसडीएम को थप्पड़ मारने की बात को साजिशन वायरल किया गया है। जानकारी होने पर मैं देर रात मौके पर पहुंचा था। बेवजह गाड़ियों के पकड़े जाने पर एसडीएम को डांट जरूर था। पूरी घटना फर्जी है। झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
इस संबंध में जिलाधिकारी जे रीभा ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही तत्काल एफआईआर दर्ज कराई गई है। पुलिस को मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एसपी पलाश बंसल के मुताबिक प्रकरण में रात में ही एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। सीओ नरैनी को साक्ष्य एकत्रित कर आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देश दिए गये है।