जन वाणी न्यूज़
अवैध निर्माण के विरुद्ध जिस दिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण करेगा निष्पक्ष कार्यवाही उस दिन नहीं सहना होगा विरोध
जब सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी एक तरफ भ्रष्टाचार के बल पर अवैध कॉलोनी बसवाऐंगे और दूसरी तरफ जेब न भरने वालों की कॉलोनी डिमोलिश करेंगे तो ऐसा विरोध सहना होगी आम बात
सनी यादव के भ्रष्टाचार से मंत्रालय पर भी उठ रही उंगलियां
-कर्मवीर नागर प्रमुख
गौतमबुधनगर। वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कर्मवीर नगर प्रमुख द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में कार्यरत एक अधिकारी पर मोटी रकम लेकर अवैध कालोनियां विकसित कराने व अवैध निर्माण कराने के गंभीर आरोप लगाए गए। कर्मवीर नगर द्वारा सोशल मीडिया पर जारी अपने बयान में कहा गया है कि हालांकि मैं अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माण का पक्षधर नहीं लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की मुंह देखी कार्यवाही का भी समर्थन नहीं करता। जिस तरह अवैध कॉलोनी तोड़ने गए भ्रष्टाचारी सनी यादव को उल्टे पैर दौड़ना पड़ा इसके लिए विरोध करने वाले दोषी नहीं, बल्कि सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी दोषी हैं। जिनके संरक्षण में अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माण का धंधा खूब फल फूल रहा है। सीधा-सा तात्पर्य है कि जो अवैध कालोनी बसाने वाले कॉलोनाइजर सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी को चढ़ावा चढा जाते हैं उनकी अवैध कॉलोनी और अवैध निर्माण इस भ्रष्ट अधिकारी को नजर नहीं आता। इस भ्रष्ट अधिकारी के संबंध में मेरे पास एक ऐसी पुख्ता सूचना है कि इसके संरक्षण में सादुल्लापुर में एक अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है, किसी शिकायतकर्ता ने जब अवैध कॉलोनी की शिकायत की तो इसने अवैध कालोनी बसाने वाले को कहा कि आप शिकायतकर्ता को मैनेज कर लो क्योंकि यह भ्रष्ट अधिकारी अवैध कालोनी बसाने वाले से मोटी रिश्वत ले चुका था।
आमतौर पर देखा जा रहा है कि सरकारी अधिकारी भी दलों में बंट गए हैं लेकिन यादव सिंह परिवार की कलाकारी भी गजब है क्योंकि यादव सिंह द्वारा बसपा सरकार में शुरू हुआ भ्रष्टाचार का सिलसिला सपा सरकार में भी नहीं रुका और अब भाजपा सरकार में यादव सिंह के बेटे सनी यादव द्वारा खुला भ्रष्टाचार इस बात का प्रमाण है कि सभी सरकारों में भ्रष्टाचार की खुली छूट है।
पहले समय में अगर किसी के परिवार पर कोई कलंक लग जाया करता था तो अगली पीढ़ी उस कलंक को धोने का प्रयास करती थी लेकिन बड़ी ही शर्मनाक बात है कि सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी उस स्थिति में भी भ्रष्टाचार से बाज नहीं आ रहे जब इनके पिता यादव सिंह का नाम भ्रष्टाचार के लिए देश भर में कुख्यात है। लेकिन इस कलंक से वह उच्च अधिकारी भी नहीं बच सकते जिन्होंने सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारी को अवैध उगाही के लिए महत्वपूर्ण पद पर तैनात किया हुआ है। इस बात को भी नहीं नकारा जा सकता कि शायद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उच्च अधिकारी ना चाह कर भी इसको महत्वपूर्ण पोस्ट पर पोस्टिंग के लिए लाचार और मजबूर हों जब संरक्षण शासन और मंत्रालय से मिल रहा हो। बहरहाल संरक्षण किसी का भी हो और मजबूरी कोई भी हो लेकिन सनी यादव जैसे भ्रष्ट अधिकारियों को या तो बर्खास्त कर देना चाहिए या फिर पूर्वांचल के प्राधिकरणों की राह दिखा देनी चाहिए अन्यथा इनकी पीढीयां नोएडा, ग्रेटर नोएडा को लूटकर महकमे को बदनाम करती रहेंगी। क्योंकि यादव सिंह के बाद उसके इस बेटे ने भी उसी भ्रष्टाचार की राह पकड ली है इस परिवार के जिस भ्रष्टाचार को गौतम बुद्ध नगर ही नहीं कई प्रदेशों का बच्चा-बच्चा जानता है। मुझे तो ऐसा लगता है कि शायद यह परिवार भ्रष्टाचार में कुख्यात होने का रिकॉर्ड बनाने पर तुला है अन्यथा किसी घर परिवार पर कोई कलंक लगने से अगली पीढ़ियां फूंक फूंक कर कदम रखती है
आम लोगों में तो यह तक चर्चा है कि ऐसे भ्रष्टाचारियों को मंत्रालय से पनहा मिल रही है। राजनीति में इतनी निर्लज्जता और गिरावट भी ठीक नहीं जब भ्रष्टाचार की चर्चा पान और चाय की दुकान पर होने लगे यही बात अधिकारियों पर भी लागू होती हैं क्योंकि यह समाज का आइना होते हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अवैध निर्माण और अवैध कॉलोनी के
विरुद्ध कार्यवाही मुख्यमंत्री का आदेश नही बल्कि भ्रष्ट अधिकारियों को रिश्वत मिलने या न मिलने से होती है तय। इसीलिए तो समतल और सहारा सिटी जैसी अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध उस स्थिति में भी आज तक नहीं हुई कार्यवाही जब स्थानीय विधायक तेजपाल नागर और मदन भैया विधायक ने भी कॉलोनियों के विरुद्ध लिखा था पत्र।