रविन्द्र बंसल वरिष्ठ संवाददाता/जन वाणी न्यूज़ गाजियाबाद। गत 15 नवंबर को मादक पदार्थ तस्करों के बीच हुए विवाद में तीन लोगों ने एक व्यक्ति सब रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। आरोपियों को मकसद हत्या किस घटना को एक्सीडेंट का रूप देने का था। लेकिन पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस की इस मामले में दो हत्या आरोपियों के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में एक आरोपी के पैर में गोली लगी है वह दूसरे को पकड़ लिया गया। जबकि एक अभी तक फरार है। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने बताया की 15 नवंबर को गाजियाबाद के थाना कोतवाली घंटाघर क्षेत्र के सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर एक शव मिला था। तीन दिनों तक पहचान न होने पर पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। पुलिस को 3 दिन बाद पता चला कि वह शव बिहार के रहने वाले लाल सिंह का था। पुलिस के अनुसार लाल सिंह व उसके तीन अन्य साथी मादक पदार्थों की तस्करी करते थे। पैसों के लेनदेन को लेकर इनमें आपस में विवाद हो गया था। इसके बाद ये एक दूसरे की मुखबिरी करने लगे थे। साथी एक दूसरे को जान से मारने की धमकी देने लगे। इसी रंजिश के चलते अनिल उर्फ लंबू वह उसके दो अन्य साथियों ने लाल सिंह की हत्या कर उसका सब रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। सोमवार को सुबह सवेरे पुलिस की इन बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में अनिल और उर्फ लंबू के पैर में गोली लगी पुलिस ने उसको घायल अवस्था में वह उसके साथी नईम को गिरफ्तार कर लिया। जबकि मुठभेड़ के दौरान इनका एक साथी फरार हो गया।