सगाई के दो दिन बाद विवाद में घिरे सपा नेता दीपक गिरी — महिला के गंभीर आरोपों के बीच वायरल ऑडियो ने बढ़ाई हलचल, पूनम पंडित बोलीं: सच सामने आएगा

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रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़ 

सगाई के दो दिन बाद विवाद में घिरे सपा नेता दीपक गिरी — महिला के गंभीर आरोपों के बीच वायरल ऑडियो ने बढ़ाई हलचल, पूनम पंडित बोलीं: सच सामने आएगा

मेरठ, 20 अक्तूबर। समाजवादी पार्टी (युवजन सभा) के पूर्व जिला अध्यक्ष दीपक गिरी और कांग्रेस नेत्री पूनम पंडित की सगाई के दो दिन बाद ही मामला विवादों में घिर गया है। एक महिला ने दीपक गिरी पर धोखाधड़ी, मानसिक और शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी बीच, एक मीडिया ऐप पर ऑडियो क्लिप जारी की गई है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह बातचीत पूनम पंडित की है, जिसमें वे सगाई तोड़ने और पीड़ित महिला के साथ मिलकर एफआईआर दर्ज कराने की बात कह रही हैं।

हालांकि, ऑडियो की प्रमाणिकता की स्वतंत्र पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है। पत्रकारिता नैतिकता के तहत इस ऑडियो को फिलहाल दावा माना जा रहा है।

कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद

सूत्रों के अनुसार, मेरठ के सिवाया क्षेत्र निवासी सपा नेता दीपक गिरी ने 15 अक्तूबर को कांग्रेस की चर्चित नेत्री पूनम पंडित से सगाई की थी। समारोह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुईं।

लेकिन दो दिन बाद — यानी 17 अक्तूबर को — एक महिला (जिसने खुद को दीपक की परिचित बताया) गिरी के घर पहुंची और आरोप लगाया कि दीपक ने पिछले चार वर्षों तक शादी का झांसा देकर उसका शोषण किया और बड़ी धनराशि भी ली। महिला का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।

पार्टी की कार्रवाई और नेताओं की प्रतिक्रिया

मामले के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दीपक गिरी को युवजन सभा के जिलाध्यक्ष पद से हटा दिया। पार्टी ने कहा कि “संगठन किसी भी प्रकार के महिला उत्पीड़न या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगा”।

उधर, सोशल मीडिया पर जारी वीडियो और दस्तावेज़ों के आधार पर कुछ स्थानीय संगठनों ने दीपक की गिरफ्तारी की मांग की है।

ऑडियो वायरल होने से और बढ़ा मामला

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक ऑडियो क्लिप सामने आई है जिसमें एक महिला आवाज़ यह कहते हुए सुनी जा सकती है।

> “अगर दीपक फ्रॉड निकला तो मैं खुद उससे इंगेजमेंट तोड़ दूंगी और पीड़ित महिला के साथ जाकर एफआईआर कराऊंगी। मैं एक महिला के दर्द को समझती हूं, किसी के साथ अन्याय नहीं होने दूंगी, लेकिन सच सामने आना चाहिए।”

 

रिपोर्ट के मुताबिक, दावा किया जा रहा है कि यह आवाज़ पूनम पंडित की है। हालांकि, अभी तक न तो पूनम पंडित ने और न ही किसी आधिकारिक एजेंसी ने इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि की है।

पूनम पंडित का रुख

सोशल मीडिया पर पूनम पंडित ने संक्षिप्त प्रतिक्रिया में कहा कि

> “मैं किसी के साथ अन्याय नहीं होने दूंगी। अगर कोई गलती हुई है, तो मैं सबसे पहले महिला के साथ खड़ी रहूंगी। लेकिन पहले सत्य सामने आना जरूरी है।”

 

पंडित के इस बयान के बाद कई राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे “संतुलित और संवेदनशील रुख” करार दिया है।

दीपक गिरी का पक्ष

दीपक गिरी ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि —

> “यह राजनीतिक षड्यंत्र है। मेरी छवि खराब करने के लिए फर्जी वीडियो और बयान फैलाए जा रहे हैं। सच्चाई बहुत जल्द सामने आ जाएगी।”

 

उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेंगे।

पुलिस और जांच की स्थिति

मेरठ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी पक्ष की ओर से औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है, हालांकि वायरल वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट का संज्ञान लेकर संबंधित थाना स्तर पर जांच की जा रही है।

अधिकारी ने कहा कि, “अगर कोई पीड़ित औपचारिक शिकायत दर्ज कराता है तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।”

 

जनता और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर इस पूरे प्रकरण को लेकर बहस छिड़ी हुई है। एक ओर लोग महिला को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ यूज़र्स ने बिना जांच के किसी पर आरोप लगाने को गलत बताया है।

कई महिला संगठनों ने भी इस मामले में पारदर्शी जांच की मांग की है ताकि दोषी कोई भी हो, उसे कानून के अनुसार सजा मिले।

निष्कर्ष

सपा नेता दीपक गिरी और पूनम पंडित की सगाई के बाद उभरा यह विवाद अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर चर्चा का विषय बन गया है।
फिलहाल सभी की नजरें पुलिस जांच और पूनम पंडित की ओर से आने वाले आधिकारिक बयान पर टिकी हैं।
ऑडियो क्लिप की प्रमाणिकता की पुष्टि के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

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