रविन्द्र बंसल वरिष्ठ संवाददाता / जन वाणी न्यूज़ लखनऊ। राजधानी में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला सब इंस्पेक्टर को एक मनचला कई माह से परेशान कर रहा है। महिला दरोगा द्वारा आरोपी के 87 मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिए गए हैं। इसके बावजूद भी मनचला महिला सब इंस्पेक्टर का पीछा नहीं छोड़ रहा है। महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा हज़रत गंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। आरोपी सिरफिरा आयुष्मान पाण्डेय प्रयाग राज का रहने वाला है। अब उसने मैसेज करके कहा की अभी हम प्रेम से बोल रहे वरना पूरी जिंदगी की दुश्मनी हो जाएगी लखनऊ में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला सब इंस्पेक्टर की परेशानिया कम होने का नाम नहीं ले रही है। महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद भी आरोपी आयुष्मान पाण्डेय के दोस्त अब दरोगा पर समझौते का दबाव बनाने को रात के अँधेरे में दरोगा के घर पहुंच गए। आरोप है की महिला दरोगा को कार में घसीटने कि भी प्रयास आयुष्मान पांडे के साथियों द्वारा किया गया है। बीबीडी कोतवाली में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर ने अपहरण के प्रयास की शिकायत दर्ज कराई है। सवाल यह है कि पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात एक महिला अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है? और एफआईआर होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तू आम महिलाएं एवं युवतियां अपने को कैसे सुरक्षित मानें? महिला सब इंस्पेक्टर कि यह कहानी प्रदेश में महिला सुरक्षा की हालत क्या है इसको बयां करती है। सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर ठोस व कड़े कदम उठाने होंगे ताकि कोई महिलाओं एवं बहन बेटियों की ओर नजर उठाकर ना देख सके। एक व्यक्ति का इतना दुस्साहस कि वह पुलिस में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर को परेशान करें, इतना ही नहीं अंजाम भुगतने की धमकी दे। तथा घर में घुसकर अपहरण का प्रयास करें इससे तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे पुलिस का कोई खौफ अपराधियों में रहा ही ना हो।