
13 अक्तूबर को प्रातः 10 बजे कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ होगा। कथा प्रतिदिन अपराह्न चार बजे से सायं चार बजे बजे तक होगी।
आचार्य श्री पवन नंदन जी ने बताया की श्रीमद् भागवत कथा अमृत संजीवनी है क्योंकि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से सद्गति प्राप्त होती है। और श्रीमद् भागवत कथा श्रवण से मनुष्य ही नहीं बल्कि उनके पूर्वज भी धन्य हो जाते हैं। इसलिए मनुष्य को अपनी जीवन में कम से कम एक बार श्रीमद् भागवत कथा अवश्य सुनना चाहिए।
भगवान श्री विष्णु की कथा श्रवण हेतु सभी श्रृद्धालुओं को निमंत्रण है।