

रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
गाजियाबाद में पुलिस मुठभेड़, कुख्यात लुटेरा शहबाज उर्फ पोली गिरफ्तार
इन्दिरापुरम थाना क्षेत्र में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अवैध हथियार व चोरी की बाइक बरामद
गाजियाबाद।14 सितम्बर थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम ने रविवार देर रात कनावानी पुलिया के पास हुई पुलिस मुठभेड़ के दौरान कुख्यात बदमाश शहबाज उर्फ पोली को घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से एक अवैध तमंचा, एक खोखा कारतूस, एक जिंदा कारतूस और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की है। फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं।
घटनाक्रम: चेकिंग के दौरान मुठभेड़
थाना इन्दिरापुरम पुलिस टीम लूट व स्नैचिंग की घटनाओं की रोकथाम के लिए कनावानी पुलिया पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान हिन्डन नहर 5/6 की पुलिया की ओर से आ रही बाइक सवार दो युवकों को रुकने का इशारा किया गया। रुकने के बजाय दोनों बाइक मोड़कर तेजी से भागने लगे, जिससे बाइक फिसलकर गिर गई।
पकड़े जाने से बचने के लिए एक आरोपी ने पुलिस पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया। पुलिस टीम ने बहादुरी का परिचय देते हुए जवाबी कार्रवाई की और न्यूनतम बल का प्रयोग करते हुए हमलावर को पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। आरोपी को मौके से पकड़ लिया गया जबकि उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान
गिरफ्तार आरोपी की पहचान शहबाज उर्फ पोली पुत्र अब्दुल रहमान निवासी मकान संख्या C-3/275, नंद नगरी, थाना नंद नगरी, दिल्ली के रूप में हुई है। आरोपी की उम्र लगभग 32 वर्ष है।
पूछताछ में खुलासे
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने फरार साथी के साथ मिलकर गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और दिल्ली एनसीआर में राह चलते लोगों से मोबाइल और चैन लूटकर दिल्ली में बेच देता है। कमाई हुई रकम को वह शौक और मौज-मस्ती में खर्च करता है। बरामद मोटरसाइकिल भी उसने दिल्ली से चोरी की थी। पुलिस के अनुसार आरोपी आज भी गाजियाबाद में चैन स्नैचिंग की फिराक में था।
आपराधिक इतिहास
शहबाज उर्फ पोली के खिलाफ गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और दिल्ली एनसीआर में लूट, स्नैचिंग, चोरी, आर्म्स एक्ट और पुलिस मुठभेड़ से जुड़े लगभग दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
बरामदगी
01 अवैध तमंचा
01 खोखा कारतूस
01 जिंदा कारतूस
चोरी की मोटरसाइकिल
पुलिस की कार्रवाई जारी
थाना इन्दिरापुरम पुलिस ने आरोपी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। फरार साथी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीमें गठित कर लगातार दबिश दी जा रही है। अग्रिम कानूनी कार्रवाई प्रचलित है।
