
रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
कुख्यात बदमाश आसिफ उर्फ टिड्डा और उसका साथी मुठभेड़ में ढेर
दो पीतल कारोबारियों के अपहरण की साजिश से पहले पुलिस ने किया सफाया, अधिकारियों की जैकेट में लगी गोली
मुरादाबाद, 11 नवम्बर। भोजपुर क्षेत्र के निकट सोमवार की देर रात पुलिस और विशेष कार्यबल की संयुक्त कार्रवाई में पश्चिम उत्तर प्रदेश का कुख्यात बदमाश आसिफ उर्फ टिड्डा तथा उसका साथी दीनू उर्फ इलियास पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। दोनों पर हत्या, रंगदारी और लूट जैसे अनेक संगीन मुकदमे दर्ज थे तथा आसिफ पर एक लाख और उसके साथी पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, पुलिस को गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि आसिफ और दीनू मुरादाबाद क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात की तैयारी में हैं। पुलिस और विशेष कार्यबल की संयुक्त टीम ने भोजपुर क्षेत्र के पास उनकी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ गोलियाँ चला दीं। जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारियों पर भी चला हमला
मुठभेड़ के दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की बुलेटरोधी जैकेट पर गोलियाँ लगीं, जिससे उनकी जान बच गई। पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ लगभग आधे घंटे तक चली और अंधेरे का लाभ उठाकर बदमाश भागने की फिराक में थे, किन्तु पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने एक कारबाइन, तीन पिस्तौलें और अनेक जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। बरामद हथियारों को फोरेंसिक जांच हेतु भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों बदमाश कुछ पीतल कारोबारियों के अपहरण की साजिश रच रहे थे और रंगदारी के लिए दबाव बना रहे थे।
पुलिस का आधिकारिक बयान
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक आसिफ और दीनू पर जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, लूट, फिरौती और गैरकानूनी हथियार रखने के कई मुकदमे दर्ज थे। दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे। दोनों के शवों का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कराया गया और उसके बाद परिजनों को सौंपा गया।
आसिफ का अपराध जगत से जुड़ा लंबा इतिहास
मेरठ और आसपास के जनपदों में आतंक का पर्याय बन चुके आसिफ उर्फ टिड्डा पर अनेक बार कार्रवाई हो चुकी थी, परन्तु हर बार वह पुलिस की गिरफ्त से निकल जाता था। बताया जा रहा है कि हाल के दिनों में उसने दो उद्योगपतियों से करोड़ों रुपये की रंगदारी माँगी थी और न देने पर अपहरण की धमकी दी थी।
जांच जारी
पुलिस ने घटनास्थल से बरामद सभी वस्तुओं को जब्त कर लिया है। दोनों बदमाशों के आपराधिक नेटवर्क और उनके अन्य सहयोगियों की तलाश की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।
मुरादाबाद की इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश पुलिस अब संगठित अपराध के विरुद्ध सख्त रुख अपनाए हुए है। लगातार हो रही कार्यवाहियों से आपराधिक गिरोहों के हौसले पस्त हैं और जनता ने राहत की साँस ली है।
