रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वानी न्यूज़
खानपुर विधायक उमेश कुमार गिरफ्तार, समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, कई पुलिसकर्मी घायल देहरादून। शुक्रवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार को पुलिस ने डोईवाला के पास से गिरफ्तार कर लिया। उमेश कुमार द्वारा लक्सर मैं पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत के लिए उनके सैकड़ों समर्थक लक्सर की ओर रवाना हो गए थे। जैसे ही विधायक की गिरफ्तारी की सूचना उनके समर्थकों तक पहुंची, उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे क्षेत्र में अफ़रातफरी मच गई। इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं। उमेश कुमार ने इस मामले में महापंचायत बुलाई थी। सैकड़ों की संख्या में विधायक समर्थक खानपुर पहुंच गए, जहां पुलिस द्वारा उन्हें रोके जाने पर पथराव किया गया। यह हमला खानपुर के गोवर्धनपुर क्षेत्र में हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। बता दें कि उत्तराखंड के रुड़की में खानपुर से पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक के फेसबुक पर चल रहे शब्द बाण। बदजुबानी और फायरिंग मे बदल गए। भाजपा के पूर्व विधायक प्रणव सिंह ने वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कैम्प कार्यालय पर अपने काफिले के साथ पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर शहर मे दहशत का माहौल पैदा कर दिया। दोनों के बीच विवाद कोई नया नहीं है. इनकी ‘अदावत’ काफी पुरानी है, जिसकी शुरुआत चुनाव में मिली हार-जीत से हुई।
रुड़की पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर के विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पर गोलीबारी करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया था। वहीं, खबर है कि सोमवार को विधायक उमेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है। पत्रकार से नेता बने उमेश कुमार ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में खानपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते थे। वर्तमान विधायक न पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी बिष्ट को पराजित किया था , उसके बाद से विधायक उमेश कुमार फेसबुक पर उल्टेसीधे कमेंट पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को लेकर करते रहते थे। इस ही को लेकर दोनों के बीच तनातनी जारी है।
सोशल मीडिया पर चल रही थी जंग पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों नेता पिछले कुछ दिनों से एक-दूसरे पर टिप्पणियां कर रहे थे। शनिवार को सोशल मीडिया की जुबानी जंग मैदान में उतर आई। विधायक उमेश कुमार ने शनिवार रात को लंढौरा में स्थित (रंग महल जिसको गुर्जर समाज की धरोहर माना जाता है) पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के घर पहुंच गए। आरोप है कि उनके घर पर हमला किया था। और रंग महल के विरुद्ध अपशब्द कहे थे। इसी का उन्होंने जवाब दिया। उनकी पत्नी देवयानी का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने रात करीब 10 बजे उनके घर आकर अपशब्द कहे थे। उसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी, जब कोई कार्रवाई नही हुई तो उनके पति (कुंवर चैंपियन) ने यह कदम उठाया। खानपुर विधायक उमेश कुमार द्वार रंग महल पहुंचकर फेसबुक पर लाइव चला कर रंग महल के विरुद्ध अपशब्द कहने घटना को अंजाम देने के बाद। खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इसको बर्दाश्त नहीं कर पाए और रंग महल के अपमान को लेकर अपने समर्थकों के साथ विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे। वहां दोनों के समर्थक भिड़ गए और जमकर संघर्ष हुआ। इस बीच दोनों ओर से पथराव व हवाई फायरिंग भी हुई। बताया गया कि इस संघर्ष में एक समर्थक घायल हो गया। उसे समय विधायक उमेश कुमार अपने कैंप कार्यालय पर नहीं थे। इस घटना के बाद वह कैंप कार्यालय पहुंचे और उत्तेजित हो गए पुलिस के सामने ही कुंवर प्रणव को गंदी-गंदी गालियां देते हुए सरेआम पिस्तौल लेकर लहराते हुए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के घर की ओर दौड़ पड़े पुलिस ने उन्हें बड़ी मुश्किल रोका। विधानसभा चुनाव से चला आ रहा विवाददोनों के बीच विवाद 2022 के विधानसभा चुनाव से चला आ रहा है। विधानसभा चुनाव में विधायक उमेश कुमार ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी कुछ मतों से पराजित कर दिया था। उस समय कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन चोटिल थे इस कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे। उनके पैर की हड्डी टूट गई थी और प्लास्टर लगा हुआ था। इस कारण रानी देवयानी सिंह बिष्ट को चुनाव लड़ाया गया था। तभी से उनके बीच चुनावी रंजिश चली आ रही है। चैंपियन का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने शनिवार रात लंढौरा में उनके घर पर हमला किया था. इसी का उन्होंने जवाब दिया. उनकी पत्नी देवयानी का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने रात करीब 10 बजे उनके घर आकर अपशब्द कहे थे. उसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी, जब कोई कार्रवाई नही हुई तो उनके पति (कुंवर चैंपियन) ने यह कदम उठाया। विधायक उमेश कुमार द्वारा रंग महल का अपमान करने के आरोप को लेकर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा व विभिन्न गुर्जर संगठनों ने पंचायत बुलाई थी। लेकिन रानी देवयानी बिष्ट ने गुर्जर समाज के लोगों से पंचायत न करने की अपील करते हुए, और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के द्वारा लिखा हुआ एक पत्र पढ़ कर गुर्जर समाज के लोगों से पंचायत को पोस्टपोंड करने की अपील की थी। लेकिन उसके बावजूद भी हजारों की संख्या में विभिन्न राज्यों से गुर्जर समाज के लोग रंग महल पहुंच गए थे। महापंचायत में पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को रिहा करने व उमेश कुमार को गिरफ्तार कर उन पर भी कुमार प्रणव के जैसी धाराएं लगाने की मांग की थी। क्योंकि इस मामले में गिरफ्तार किए गए विधायक उमेश कुमार को बेल मिल गई थी। और कुंवर प्रणव सिंह अभी तक जेल में है।इस विवाद के बाद पुलिस द्वारा दोनों पक्षों के असलहों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश हरिद्वार के जिलाधिकारी से की गयी थी। इसी को लेकर उमेश कुमार ने शुक्रवार को अपने पक्ष में महापंचायत बुलाई थी। जिसमें भाग लेने के लिए में सैकड़ो की संख्या में लोग लक्सर की ओर जा रहे थे। जिनको रोकने पर विधायक समर्थक पुलिस से भिड़ गए जमकर पथराव किया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दूसरी और शुक्रवार को पुलिस ने विधायक उमेश कुमार को भी देहरादून से लक्सर जाते समय डोईवाला के पास गिरफ्तार कर लिया गया।खानपुर विधायक उमेश कुमार गिरफ्तार, समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया
देहरादून। शुक्रवार को खानपुर विधायक उमेश कुमार को पुलिस ने डोईवाला के पास से गिरफ्तार कर लिया। उमेश कुमार द्वारा लक्सर मैं पंचायत बुलाई गई थी। पंचायत के लिए उनके सैकड़ों समर्थक लक्सर की ओर रवाना हो गए थे। जैसे ही विधायक की गिरफ्तारी की सूचना उनके समर्थकों तक पहुंची, उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिससे क्षेत्र में अफ़रातफरी मच गई। इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं। उमेश कुमार ने इस मामले में महापंचायत बुलाई थी। सैकड़ों की संख्या में विधायक समर्थक खानपुर पहुंच गए, जहां पुलिस द्वारा उन्हें रोके जाने पर पथराव किया गया। यह हमला खानपुर के गोवर्धनपुर क्षेत्र में हुआ, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। बता दें कि उत्तराखंड के रुड़की में खानपुर से पूर्व विधायक और वर्तमान विधायक के फेसबुक पर चल रहे शब्द बाण। बदजुबानी और फायरिंग मे बदल गए। भाजपा के पूर्व विधायक प्रणव सिंह ने वर्तमान विधायक उमेश कुमार के कैम्प कार्यालय पर अपने काफिले के साथ पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर शहर मे दहशत का माहौल पैदा कर दिया। दोनों के बीच विवाद कोई नया नहीं है. इनकी ‘अदावत’ काफी पुरानी है, जिसकी शुरुआत चुनाव में मिली हार-जीत से हुई।
रुड़की पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर के विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पर गोलीबारी करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया था। वहीं, खबर सोमवार को विधायक उमेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया था ।पत्रकार से नेता बने उमेश कुमार ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में खानपुर निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते थे
। उन्होंने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी देवयानी को पराजित किया था, जिसके बाद से ही दोनों के बीच तनातनी जारी है।
सोशल मीडिया पर चल रही थी जंग पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों नेता पिछले कुछ दिनों से एक-दूसरे पर टिप्पणियां कर रहे थे। शनिवार को सोशल मीडिया की जुबानी जंग मैदान में उतर आई। विधायक उमेश कुमार ने शनिवार रात को लंढौरा में स्थित (रंग महल जिसको गुर्जर समाज की धरोहर माना जाता है) पूर्व विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन के घर पहुंच गए। आरोप है कि उनके घर पर हमला किया था। और रंग महल के विरुद्ध अपशब्द कहे थे। इसी का उन्होंने जवाब दिया। उनकी पत्नी देवयानी का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने रात करीब 10 बजे उनके घर आकर अपशब्द कहे थे। उसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी, जब कोई कार्रवाई नही हुई तो उनके पति (कुंवर चैंपियन) ने यह कदम उठाया। खानपुर विधायक उमेश कुमार द्वार रंग महल पहुंचकर फेसबुक पर लाइव चला कर रंग महल के विरुद्ध अपशब्द कहने घटना को अंजाम देने के बाद। खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन इसको बर्दाश्त नहीं कर पाए और रंग महल के अपमान को लेकर अपने समर्थकों के साथ विधायक उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे। वहां दोनों के समर्थक भिड़ गए और जमकर संघर्ष हुआ। इस बीच दोनों ओर से पथराव व हवाई फायरिंग भी हुई। बताया गया कि इस संघर्ष में एक समर्थक घायल हो गया। उसे समय विधायक उमेश कुमार अपने कैंप कार्यालय पर नहीं थे। इस घटना के बाद वह कैंप कार्यालय पहुंचे और उत्तेजित हो गए पुलिस के सामने ही कुंवर प्रणव को गंदी-गंदी गालियां देते हुए सरेआम पिस्तौल लेकर लहराते हुए पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के घर की ओर दौड़ पड़े पुलिस ने उन्हें बड़ी मुश्किल रोका।
विधानसभा चुनाव से चला आ रहा विवाद
दोनों के बीच विवाद 2022 के विधानसभा चुनाव से चला आ रहा है। विधानसभा चुनाव में विधायक उमेश कुमार ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी कुछ मतों से पराजित कर दिया था। उस समय कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन चोटिल थे इस कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए थे। उनके पैर की हड्डी टूट गई थी और प्लास्टर लगा हुआ था। इस कारण रानी देवयानी सिंह बिष्ट को चुनाव लड़ाया गया था। तभी से उनके बीच चुनावी रंजिश चली आ रही है। चैंपियन का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने शनिवार रात लंढौरा में उनके घर पर हमला किया था. इसी का उन्होंने जवाब दिया. उनकी पत्नी देवयानी का कहना है कि विधायक उमेश कुमार ने रात करीब 10 बजे उनके घर आकर अपशब्द कहे थे. उसकी शिकायत उन्होंने पुलिस से की थी, जब कोई कार्रवाई नही हुई तो उनके पति (कुंवर चैंपियन) ने यह कदम उठाया। विधायक उमेश कुमार द्वारा रंग महल का अपमान करने के आरोप को लेकर अखिल भारतीय गुर्जर महासभा व विभिन्न गुर्जर संगठनों ने पंचायत बुलाई थी। लेकिन रानी देवयानी बिष्ट ने गुर्जर समाज के लोगों से पंचायत न करने की अपील करते हुए, और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के द्वारा लिखा हुआ एक पत्र पढ़ कर गुर्जर समाज के लोगों से पंचायत को पोस्टपोंड करने की अपील की थी। लेकिन उसके बावजूद भी हजारों की संख्या में विभिन्न राज्यों से गुर्जर समाज के लोग रंग महल पहुंच गए थे। महापंचायत में पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को रिहा करने व उमेश कुमार को गिरफ्तार कर उन पर भी कुमार प्रणव के जैसी धाराएं लगाने की मांग की थी। क्योंकि इस मामले में गिरफ्तार किए गए विधायक उमेश कुमार को बेल मिल गई थी। और कुंवर प्रणव सिंह अभी तक जेल में है।
इस विवाद के बाद पुलिस द्वारा दोनों पक्षों के असलहों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश हरिद्वार के जिलाधिकारी से की गयी थी। इसी को लेकर उमेश कुमार ने शुक्रवार को अपने पक्ष में महापंचायत बुलाई थी। जिसमें भाग लेने के लिए में सैकड़ो की संख्या में लोग लक्सर की ओर जा रहे थे। जिनको रोकने पर विधायक समर्थक पुलिस से भिड़ गए जमकर पथराव किया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दूसरी और शुक्रवार को पुलिस ने विधायक उमेश कुमार को भी देहरादून से लक्सर जाते समय डोईवाला के पास गिरफ्तार कर लिया गया।