
रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
जमुई (बरहट) — अवैध शराब छापेमारी के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस पर किया हमला; चार घायल, 13 गिरफ्तार
जमुई, 7 सितंबर । बरहट थाना क्षेत्र के कद्दूआतरी गाँव में अवैध देशी शराब के खिलाफ छापेमारी कर रही पुलिस टीम पर वहाँ के कुछ ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से बर्बरतापूर्ण हमला कर दिया। इस दौरान चार पुलिसकर्मियों को चोटें आईं, जिनमें एक महिला दारोगा भी शामिल हैं। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
घटना की रूपरेखा
पुलिस के अनुसार टीम को गाँव में शराब बनाने-विक्री की सूचना मिली थी और शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी के लिए रवाना किया गया। जैसे ही छापेमारी शुरू हुई, इस दौरान वहां भीड़ इकट्ठा हो गयी और पुलिसकर्मियों पर टूट पड़ी — उन्होंने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, हथियार छीनने का प्रयास किया और टीम को भागने के लिए मजबूर कर दिया। वायरल हुए वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी सुरक्षित होने के लिए हाथ जोड़ते तथा चीखते दिख रहे हैं।
घायल पुलिसकर्मी और इलाज
प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक चार पुलिसकर्मी घायल हुए — जिनमें दो सब-इंस्पेक्टर, एक महिला दारोगा और एक कांस्टेबल/चौकिदार शामिल बताए जा रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया और प्राथमिक उपचार के बाद आगे की मेडिकल जाँच की जा रही है। घटना से संबंधित स्थानीय पुलिस ने बताया कि उन्हें चोटें आईं पर जानलेवा चोटें नहीं हैं ।
पुलिस की कार्रवाइयां — गिरफ्तारियां और एफआईआर
घटना के बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाया। बरहट थाने की ओर से बताया गया है कि अब तक कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है — जिनमें कुछ महिलाएँ भी शामिल हैं — और उन पर भीड़ द्वारा पुलिस पर हमला करने के साथ-साथ मादक पदार्थों/अवैध शराब निर्माण से जुड़ी धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। मामले की तहकीकात जारी है और मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापे और पूछताछ जारी है।
अधिकारीयों का बयान
बरहट थाना के एसएचओ कुमार संजीव ने मीडिया को बताया कि घटना को लेकर कड़ी कार्रवाई की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी; साथ ही कहा गया कि वायरल वीडियो की मदद से पहचान कर कई लोगों को धर दबोचा गया है। जिले स्तर पर भी इस मामले की जांच चल रही है और आवश्यकतानुसार और कार्रवाई की जाएगी। (यह जानकारी स्थानीय थाने/स्थानीय अधिकारियों के बयानों पर आधारित है)।
वायरल वीडियो और सोशल मीडिया रिएक्शन
घटना का वीडियो कई सैकड़ों बार शेयर और देखा जा चुका है — वीडियो में पुलिस पर हमले और कुछ पुलिसकर्मियों के घबराने के दृश्य स्पष्ट हैं। इस क्लिप ने राज्य के अंदर नशा विरोधी अभियान और कानून-व्यवस्था पर बहस छेड़ दी है। कई मीडिया हाउसेस ने घटना की रिपोर्टिंग के साथ सरकारी कार्रवाई की मांग उठाई है।
आगे की कार्यवाही
पुलिस ने बताया है कि:
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आवश्यक धाराएँ लगाकर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
वायरल वीडियो और मौके पर मौजूद लोगों के बयानों के आधार पर और भी लोगों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
