जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद गौसेवक हो और जिनकी सनातन धर्म में गहरी आस्था हो उनके ही राज्य में जनप्रतिनिधि के संरक्षण में चल रहे अवैध कट्टी घर के विरुद्ध गौरक्षकों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई ने हो ?
रविंद्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़ लोनी । जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद गौसेवक हो और जिनकी सनातन धर्म में गहरी आस्था हो उनके ही राज्य में जनप्रतिनिधि के संरक्षण में चल रहे अवैध कट्टी घर के विरुद्ध गौरक्षकों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई ने हो। इससे ज्यादा शर्म की बात कोई और हो ही नहीं सकती। यह सरकार के लिए अवैध कट्टी घर चलाने वालों द्वारा खुली चुनौती है। कुछ जनप्रतिनिधि व अधिकारी सरकार को बदनाम करने पर तुले हैं। आरोप है कि यह सपा की मानसिकता वाले लोग हैं। रूप नगर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक गोदाम में अवैध रूप से हो रहा था प्रतिबंध पशुओं का कटान। जिसका पता स्थानीय गौरक्षकों को लगा तो उन्होंने लोनी थाने में इसकी शिकायत की। बाकायदा पुलिस को मौके पर ले जाकर कट्टी घर के मालिक एवं कर्मचारी को मांस सहित पुलिस को पकड़वाया। राजू राणा निवासी दिल्ली नामक युवक जो एक गौरक्षक है के द्वारा पुलिस को लिखित ताहिर भी दी गई। एस एल एफ टीम भी मौके पर पहुंची लेकिन इसके बावजूद भी कट्टी घर संचालक के विरुद्ध कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। बल्कि एक जनप्रतिनिधि के दबाव में गिरफ्तार किए गए कट्टी घर संचालक रूपेंद्र पुत्र धीरज सिंह निवासी बाग रानप लोनी व कट्टी घर के कर्मचारियों को बगैर कार्यवाही किए छोड़ दिया गया। हिंदू संगठनों का आरोप है कि इस मामले में जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एसीपी लोनी सूर्य बली मौर्य का भी संरक्षण कट्टी घर संचालक को है। निजी सूत्रों के मुताबिक कट्टी घर चलाने की एवज में संचालक द्वारा सुविधा शुल्क के रूप में एक मोटी रकम प्रतिमाह एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य एवं जनप्रतिनिधि को दी जाती है। गत 29 सितंबर को स्थानीय गौरक्षकों द्वारा इस कट्टी घर पर पुलिस की रेड कराई गई थी। पुलिस ने मौके से मांस के टुकड़े एवं कट्टी घर संचालक वह उसके कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया था। लेकिन इसके आगे कोई कार्रवाई लोनी पुलिस द्वारा नहीं की गई। सूत्रों के मुताबिक संचालक व कर्मचारियों को छोड़ दिया गया। हालांकि पुलिस द्वारा एसएलएफ टीम को भी मौके पर बुलाया गया एवं मांस के नमूने लेकर जांच के लिए भी भेजे गए इसके बावजूद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसको लेकर क्षेत्र के गौरक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। अब क्षेत्र के हिंदूवादी संगठन इस मामले को उच्च अधिकारियों एवं लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री के दरबार में उठाने की तैयारी कर रहे। सूत्रों का कहना है की कट्टी घर संचालक को छोड़ने की एवज में एक मोटी रकम एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य द्वारा सुविधा शुल्क के रूप में ली गई। इस मामले की चर्चा क्षेत्र में दबी जुबान से बहुत जोरों पर है लेकिन जनप्रतिनिधियों एवं एसीपी लोनी के डर से लोग खुलकर कुछ कह नहीं पा रहे हैं। और खुलकर विरोध भी नहीं कर रहे हैं । लेकिन गौरक्षकों में अंदर ही अंदर भारी आक्रोश पनप रहा है। जिन गौरक्षकों द्वारा इस मामले को लेकर आवाज उठाई गई थी उनको भी जनप्रतिनिधियों एवं एसीपी लोनी द्वारा दबाव बनाकर शांत कर दिया गया है। और जुबान खोलने पर उनको अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्य में इस तरह का घोर निंदनीय कार्य किया जाना अपने आप में बड़ी बात है। अब देखना यह है कि अवैध रूप से कट्टी घर चलाने वाले गौ हत्यारों एवं दोषी पलिस अफसर व जनप्रतिनिधि के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है। हालांकि गौरक्षकों एवं हिंदू सगठनों के कार्यकर्ताओं का का कहना है कि भ्रष्ट जनप्रतिनिधि एवं पुलिस अफसर को उनके अंजाम तक पहुंच कर ही दम लेंगे। अपने को हिंदुओं का मसीहा दर्शाने वाले जनप्रतिनिधि द्वारा कट्टी संचालक को संरक्षण देना एवं गौवध करना गंभीर चिंता का विषय है ? जनता की आंखों में धूल झोंक कर इस तरह के अनेतिक कार्यों में सहयोग करना यह एक जनप्रतिनिधि के लिए घोर निंदनीय है। और वैसे जनाब बहुत ही हिमायती है सनातन व हिंदू धर्म के। बात-बात पर आंदोलन पर उतारू हो जाते है। लेकिन अब उनके अंदर का हिंदुत्व क्यों नहीं जाग रहा। साहब यह पब्लिक है सब जानती है। अंदर क्या है और बाहर क्या है। आने वाले चुनावों में सारा हिसाब किताब क्षेत्र की जनता चुकता कर देगी। जल्दी ही क्षेत्र के हिन्दू वादी संगठनों ने भ्रष्ट अधिकारियों एवं गौवध करने वालों को संरक्षण देने वालों के विरुद्ध व्यापक आंदोलन चलाने की रणनीति बनाने की बात की जा रही है।