

रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
गाज़ियाबाद पुलिस की बड़ी सफलता : 25 हज़ार का इनामी बदमाश मुठभेड़ में घायल, दबोचा गया
स्वाट टीम और भोजपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, अवैध तमंचा, कारतूस, लूट की नकदी और बाइक बरामद
ग़ाज़ियाबाद : अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस का परिचायक बनी पुलिस कार्रवाई
ग़ाज़ियाबाद। पुलिस कमिश्नरेट के भोजपुर थाना क्षेत्र में बीती रात पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान 25,000 रुपये का इनामी बदमाश देवेंद्र पुत्र रामबीर, निवासी शाहपुर कोटरा, थाना पाली मुकिमपुर, जनपद अलीगढ़ (उम्र 32 वर्ष) घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई स्वाट टीम ग्रामीण जोन और थाना भोजपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दी।
घटना का विवरण
तीन सितंबर की रात्रि को अपराध की रोकथाम हेतु पुलिस टीम पलौता-फजलगढ़ चौराहे पर चेकिंग कर रही थी। तभी एक बाइक सवार संदिग्ध युवक दिखाई दिया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह तेज़ी से भाग निकला। बारिश और फिसलन भरी सड़क पर बाइक फिसल गई। घिरता देख बदमाश ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर किया।
आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें गोली बदमाश के पैर में लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा।
बरामद सामान
गिरफ्तार बदमाश देवेंद्र के पास से पुलिस ने:
01 अवैध तमंचा (315 बोर)
01 खोखा कारतूस और 01 जिन्दा कारतूस (315 बोर)
लूट से संबंधित 6500 रुपए की नगदी
पल्सर मोटरसाइकिल (बिना नंबर प्लेट) बरामद की।
घायल बदमाश को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और आगे की विधिक कार्रवाई प्रचलित है।
अपराधिक इतिहास
पूछताछ में देवेंद्र ने स्वीकार किया कि उसने 13 मई 2025 को भोजपुर क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम दिया था। इसके अलावा उसने अपने शौक पूरे करने के लिए अन्य जनपदों में भी लूट और चोरी की कई वारदातें की हैं।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अभियुक्त के खिलाफ करीब 02 दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
जनता और पुलिस की प्रतिक्रिया
ग़ाज़ियाबाद पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर अपराधियों को संदेश दिया है कि कानून से बच पाना नामुमकिन है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई और साहस की सराहना की है। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने टीम को शाबाशी देते हुए कहा कि अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए ग़ाज़ियाबाद पुलिस हर स्तर पर मुस्तैदी से काम कर रही है।
पुलिस की मुस्तैदी का नतीजा यह कार्रवाई
यह मुठभेड़ न केवल ग़ाज़ियाबाद पुलिस की कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि अपराधियों को अब या तो जेल जाना होगा या फिर क़ानून का सामना करना होगा।
