
रविवार को राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस और उनकी पार्टी दोनों ही अपनी व्यक्तिगत आकांक्षाओं को दरकिनार करके हरियाणा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की कोशिश की जा रही हैं। गठबंधन पर सकारात्मक बातचीत चल रही है। हमें जल्द ही अच्छे नतीजों आने की उम्मीद कर रहे है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि आम आदमी पार्टी गठबंधन पर आगे नहीं बढ़ेगी, अगर कोई विनविन सिचुएशन न हो। चड्ढा ने बताया कि बातचीत सकारात्मक माहौल में हो रही है। दोनों पार्टियां हरियाणा के लोगों की मांग को प्राथमिकता दे रही हैं। हम साथ चुनाव लड़ने की दिशा में काम कर रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या सीटों पर फैसला हो गया है ,तो राघव चड्ढा ने कहा, सीट बंटवारे पर ‘बॉल टू बॉल’ टिप्पणी नहीं की जा सकती. दोनों पार्टियां गठबंधन चाहती हैं और हम इसके लिए काम कर रहे हैं.
5 सीटों पर बन गई बात
आम आदमी पार्टी ने पहले 20 सीटें मांगी, लेकिन जब उसे लगा कि शायद बात नहीं बन पाएगी। तो उसने कम से कम 10 सीटों पर अलायंस का प्रस्ताव दिया। लेकिन सूत्रों मिली जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी 5 से ज्यादा सीटें देने की स्थिति में नहीं थी. हालांकि, राघव चड्ढा ने यह नहीं बताया कि कितनी सीटों पर बातचीत हो रही है। उन्होंने कहा, हम नामांकन के अंतिम दिन यानी 12 सितंबर से पहले फैसला ले लेंगे। अगर विनविन सिचुएशन नहीं बनती है, तो हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। लेकिन सुखद बात है कि अच्छी चर्चा हो रही है और इसका कोई अच्छा नतीजा ही निकलेगा।
दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में हो चुका है गठबंधन
इससे पहले, इंडिया अलायंस में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इससे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली-हरियाणा और गुजरात में सीटों के बंटवारे को लेकर समझौता किया था। हरियाणा में आप के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता तब इकलौते उम्मीदवार थे, जो हरियाणा से चुनाव लड़े थे, लेकिन वे बीजेपी के नवीन जिंदल से पराजित हो गए थे। प्रदेश अध्यक्ष गुप्ता ने हाल ही मे घोषणा की थी कि कि आम आदमी पार्टी हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर राज्य के लोगों के साथ गठबंधन करके मजबूती से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।