

बड़ी खबर एक व्यक्ति ने बकरीद के त्योहार पर बकरा की जगह दी अपनी कुर्बानी इलाके के लोग सन्न
सुसाइड नोट में लिखा इंसान बकरे को बेटे की तरह पलता है और फिर उसकी गर्दन काट देता है मैं यह नहीं कर सकता, मैं बकरे की जगह अपनी कुर्बानी अल्लाह के रसूल के नाम पर कर रहा हूं
देवरिया। जनपद के उधोपुर गांव से एक सनसनीखेज बड़ी खबर सामने आई है। जिसने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। यहां बकरीद के त्यौहार पर ईशमुहम्मद अंसारी ने बकरा काटने वाली भुजाली नामक हथियार से अपनी गर्दन काटकर कुर्बानी दे दी। इस घटना से इलाके के लोग सन्न हैं। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें ईसमुहम्मद ने लिखा है कि इंसान बकरे को अपने बेटे की तरह पालता है। और उसकी कुर्बानी देता है। वह भी एक जीव है। में अपनी कुर्बानी खुद अल्लाह के रसूल के नाम पर कर रहा हूं। किसी ने कत्ल नहीं किया है। और मेरी कब्र बकरा बांधने वाले खूंटे के पास बनाना उसी में दफनाना।
घटना देवरिया के थाना गौरी बाजार के गांव उधोपुर गांव की है। गांव के रहने वाले ईश मोहम्मद (60) पुत्र स्वर्गीय मोहम्मद बरसाती धार्मिक व्यक्ति थे। वह पांचवी कक्षा तक पढ़े थे। और घर में आटा चक्की चलाते थे। परिवार के मुताबिक वह एक दिन पहले यानी शुक्रवार को अंबेडकर नगर में सुल्तान सैयद मखदूम अशरफ शाह की दरगाह से वापस लौटे थे। उनकी पत्नी हाजरा खातून ने बताया कि इस मोहम्मद ने सुबह मस्जिद में ईद- उल-अजहा( बकरीद) की नमाज पढ़ी थी। सुबह करीब 10:00 बजे घर लौटे आते ही सीधे घर के बगल में बनी झोपड़ी में चले गए। 1 घंटे बाद उनकी करहाने की आवाज आई। वह दौड़कर पहुंची तो पाया कि उनके गले से खून बह रहा था। झोपड़ी में जमीन पर खून ही खून बिखरा हुआ था। पास में ही चाकू पड़ा था। यह मंजर देखकर हाजरा की चीख निकल गई। उन्होंने मदद के लिए लोगों को बुलाया पड़ोसी मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची। और ईश मोहम्मद को गंभीर अवस्था में अस्पताल भिजवाया। जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान इस मोहम्मद की मौत हो गई। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें लिखा था कि अल्लाह के रसूल के लिए खुद को कुर्बान कर रहा हूं।