तेज रफ्तार थार का कहर! शादी से लौट रहे एक ही परिवार के पाँच लोगों को मारी टक्कर

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रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़

तेज रफ्तार थार का कहर! शादी से लौट रहे एक ही परिवार के पाँच लोगों को मारी टक्कर

चार की दर्दनाक मौत, एक की हालत गंभीर — अलवर में सड़क पर बिखरे लहूलुहान दृश्य, गांव में मचा कोहराम

अलवर 2 नवम्बर। राजस्थान के अलवर जिले में शनिवार की रात एक दिल दहलाने वाला सड़क हादसा हुआ। सदर थाना क्षेत्र के छठी मील के पास एक तेज रफ्तार थार वाहन ने बाइक सवार एक ही परिवार के पाँच लोगों को रौंद दिया, जिसमें चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल है। यह परिवार एक शादी समारोह से लौट रहा था। हादसे के बाद थार चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया।

घटना का क्रम : खुशियों से लौटती यात्रा मातम में बदली

शनिवार रात करीब आठ बजे परिवार के पाँच सदस्य एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर शादी समारोह से अपने गांव लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि जैसे ही वे छठी मील मोड़ के पास पहुँचे, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही महिंद्रा थार ने जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयानक थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और सभी सवार सड़क पर दूर-दूर जा गिरे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आवाज इतनी जोरदार थी कि आसपास के घरों से लोग बाहर निकल आए।

मृतक और घायल परिवार

इस हादसे में 35 वर्षीय महेंद्र, उनकी पत्नी गुड्डी देवी (35 वर्ष), उनका दो वर्षीय बेटा पूर्वांश, तथा भतीजी पायल (8 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी भतीजी खुशबू (4 वर्ष) गंभीर रूप से घायल है और उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

गांव में जैसे ही इस हादसे की खबर पहुँची, पूरा माहौल मातम में बदल गया। मृतकों के घर पर रोने-बिलखने वालों की भीड़ जुट गई। परिजनों का कहना था कि “कुछ घंटे पहले तक सब हँसते-बोलते थे, अब चार लाशें घर में हैं।”

पुलिस की कार्रवाई : वाहन जब्त, चालक फरार

सदर थाना पुलिस के एएसआई बंशीलाल मीणा ने बताया कि,

> “थार वाहन को जब्त कर लिया गया है। चालक की पहचान कर ली गई है और उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।”

 

पुलिस ने बताया कि सड़क पर गाड़ियों की तेज गति के कारण यह इलाका बार-बार दुर्घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। स्थानीय लोगों की मांग है कि यहाँ स्पीड ब्रेकर और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएँ ताकि ऐसे हादसे रोके जा सकें।

स्थानीय लोगों का आक्रोश : सुरक्षा इंतज़ाम पर सवाल

घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों ने मौके पर जाम लगाकर प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया। लोगों ने कहा कि इस सड़क पर आए दिन तेज रफ्तार गाड़ियों के कारण हादसे होते हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता।

एक ग्रामीण ने कहा —

> “यह सड़क मौत का रास्ता बन गई है। प्रशासन को तब जाग आती है जब किसी का घर उजड़ जाता है।”

परिवार में कोहराम, गांव में मातम

शवों के गांव पहुँचते ही चारों ओर चीख-पुकार मच गई। महिलाओं के विलाप से पूरा वातावरण गमगीन हो गया। परिजन बार-बार बेहोश हो रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि महेंद्र मेहनतकश व्यक्ति था, जो परिवार को मेहनत से पाल रहा था। उसकी पत्नी और बच्चे उसकी दुनिया थे, पर एक लापरवाह चालक ने सब कुछ छीन लिया।

एक त्रासदी जो छोड़ गई सवाल

अलवर की यह दुर्घटना फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि तेज रफ्तार और लापरवाही किस तरह मासूम जिंदगियों को लील रही है।
सड़कें सुविधाओं के लिए बनी हैं, मौत बाँटने के लिए नहीं।
जब तक यातायात नियमों का पालन सख्ती से नहीं होगा और प्रशासन सक्रिय नहीं रहेगा, तब तक ऐसे परिवार असमय काल के गाल में समाते रहेंगे।

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