रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
गाजियाबाद पुलिस के थाना प्रभारियों एवं थानाध्यक्षों के लिए आई.टी.एस मोहन नगर, गाजियाबाद में टीम बिल्डिंग, संप्रेषण और नेतृत्व विषय पर एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया
गाजियाबाद। कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च प्रभाव वाली सार्वजनिक भूमिकाओं में काम करने वाले आधिकारियों की पारस्परिक प्रभावशीलता और नेतृत्व क्षमताओं को मजबूत करना था। कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में आलोक प्रियदर्शी (आईपीएस), अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, गाजियाबाद व निमिष पाटिल (आईपीएस), डीसीपी ट्रांस हिंडन, गाजियाबाद, आई टी एस – ग्रुप के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा, डायरेक्टर पी आर सुरिंदर सूद, निदेशक डॉ वी एन बाजपेई मौजूद रहे।
आलोक प्रियदर्शी (आईपीएस), अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, गाजियाबाद ने अपने संबोधन में कहा कि “आज के दौर में एक सफल पुलिस अधिकारी बनने के लिए तकनीकी दक्षता के साथ-साथ मजबूत टीम भावना, प्रभावी संवाद कौशल और नेतृत्व क्षमता भी अत्यंत आवश्यक है।” इस अवसर पर डीसीपी ट्रांस हिंडन, गाजियाबाद, निमिष पाटिल (आईपीएस) ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण पुलिस विभाग को और अधिक सक्षम और संवेदनशील बनाने की दिशा में अहम भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम में इंटरएक्टिव सेशन, समूह गतिविधियाँ और केस स्टडीज़ के माध्यम से प्रतिभागियों को नेतृत्व व संप्रेषण की व्यवहारिक बारीकियों से अवगत कराया गया । विशेषज्ञ प्रशिक्षकों के नेतृत्व में इंटरैक्टिव सत्र उच्च प्रदर्शन वाली टीमों के विकास, प्रभावी मौखिक और गैर-मौखिक संचार, समाधान रणनीतियों व स्थितिजन्य नेतृत्व और आत्म-जागरूकता पर आधारित थे । अवधारणाओं का व्यावहारिक अनुप्रयोग की सुनिश्चिता के लिए वास्तविक जीवन परिदृश्य का उपयोग किया गया, प्रतिभागियों ने व्यावहारिक दृष्टिकोण के लिए बहुत प्रशंसा व्यक्त की ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए । इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में गाजियाबाद के 26 थाना प्रभारी और थानाध्यक्ष ने भाग लिया । आज के प्रशिक्षण का फायदा सभी अधिकारियों को संकट की स्थितियों में निर्णय लेने में मदद करेगा । उनके टीम का मनोबल बढ़ाने के काम आएगा । जनता से अच्छा संवाद होगा और सहयोग को बढ़ावा देगा । पुलिस विभाग के अन्दर एक आंतरिक समन्वय बढ़ाएगा ।
इस सभी का परिणाम यह रहेगा की जनता में एक पुलिस प्रति विश्वास और सम्मान समर्थक प्राप्त हो जाएगा । पुलिस बल में नैतिक आचरण को प्रेरणा देगा और आधुनिक समय की जटिल चुनौतियों को प्रभावी रुप से निस्तारण करने में मदद करेगा ।
आज के समय में, जब पुलिस की जवाबदेही और जनता से सम्बन्धों की निरंतर जांच होती है, नेतृत्व और संवाद कौशल केवल वांछनीय नही, बल्कि अनिवार्य है । प्रशिक्षण कार्यक्रमों में इन सॉफ्ट स्किल्स के माध्यम से एक समक्ष, जिम्मेदार और प्रभावी पुलिस बल तैयार किया जा रहा है ।