
ये इवेंट दोपहिया पीआरवी 5099 को दिया गया। 5 मिनट के अंदर पीआरवी मौके पर पहुंच गई। पीआरवी कर्मियों ने महिला से पूछा कि कौन बत्तमीजी कर रहा था?
महिला की आँखों नम हो गईं और बोली सर, बत्तमीजी कोई नहीं कर रहा, मेरा भाई के के एम हॉस्पिटल में भर्ती है। डॉक्टर अर्जेंट ब्लड के लिए बोले रहे हैं। मैं यहाँ ब्लड बैंक आई हूँ तो ब्लड उपलब्ध नहीं है।
महिला को परेशान देख पीआरवी कमाण्डर का० अर्जुन ने उन्हें आश्वस्त किया औऱ बोले, आप ऑपरेशन मत रूकवाइए, मैं ब्लड डोनेट कर दूँगा। यह सुनकर महिला बहुत खुश हुई। का० अर्जुन ने उनके भाई के लिए सिर्फ ब्लड ही डोनेट नहीं किया बल्कि पुलिस का कार्य न होते हुए भी मानवीय मूल्यों का सम्मान किया। पुलिस पर लोगों के विश्वास को प्रबल किया है।
इस तरह के सराहनीय कार्यों से प्रदेश पुलिस की छवि आम जनता के बीच मानवता की मिसाल कायम करती है। अपना खून देकर किसी की जान बचाने वाले कांस्टेबल अर्जुन को जन वाणी परिवार की ओर से सलूट। इसी को कहते हैं मानवता की सच्ची सेवा।