लोनी क्षेत्र में दिल्ली-सहारनपुर राजमार्ग 709बी पर जलभराव की गंभीर समस्या — सांसद अतुल गर्ग ने उठाई आवाज, जिलाधिकारी ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट

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रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़

लोनी क्षेत्र में दिल्ली-सहारनपुर राजमार्ग 709बी पर जलभराव की गंभीर समस्या — सांसद अतुल गर्ग ने उठाई आवाज, जिलाधिकारी ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट

₹32.73 करोड़ की परियोजना पर सुस्ती, जल्द मार्ग सुधार की मांग तेज

गाजियाबाद, 28 अक्तूबर। लोनी विधानसभा क्षेत्र से गुजरने वाले दिल्ली–सहारनपुर (यमुनोत्री) राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी पर जलभराव और नालों की दुर्दशा ने एक बार फिर प्रशासन और सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। इस संबंध में सांसद अतुल गर्ग ने लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मार्ग के निर्माण और नालों के पुनर्निर्माण में हो रही देरी पर गहरी चिंता व्यक्त की है। वहीं, जिलाधिकारी गाजियाबाद ने भी पहले ही विस्तृत रिपोर्ट तलब करते हुए संबंधित विभागों को कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए थे।

जलभराव और अधूरे नाले बने परेशानी का कारण

जिलाधिकारी गाजियाबाद द्वारा दिनांक 5 जून 2025 को जारी पत्र में बताया गया था कि कस्बा लोनी स्थित इस राष्ट्रीय राजमार्ग के लगभग 7.55 किलोमीटर हिस्से में वर्षा के समय जलभराव की समस्या बार-बार उत्पन्न हो रही है। पत्र में कहा गया कि राजमार्ग संख्या-709बी, जो दिल्ली से सहारनपुर को जोड़ता है, पर अधूरे नालों और खराब जलनिकासी के कारण आमजन व यातायात प्रभावित होता है।

डीएम ने संबंधित विभागों — लोक निर्माण विभाग, नगर निगम लोनी, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) तथा रेलवे विभाग — को संयुक्त रूप से कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। साथ ही, परियोजना की धीमी प्रगति पर असंतोष जताते हुए जलभराव निस्तारण की विस्तृत जांच रिपोर्ट मांगी थी।

₹32.73 करोड़ की परियोजना पर रुका निर्माण, सांसद ने पत्र लिखकर उठाया मुद्दा

अब, इसी मुद्दे पर सांसद अतुल गर्ग ने दिनांक 21 अक्तूबर 2025 को प्रमुख सचिव, लोक निर्माण विभाग लखनऊ को पत्र लिखकर निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने का आग्रह किया है।
सांसद ने पत्र में उल्लेख किया है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में इस मार्ग के निर्माण हेतु संविदात्मक निर्णय लिया जा चुका है तथा जिला समन्वय समिति (दिशा) की बैठक में स्थानीय अधिकारियों द्वारा इसकी पुष्टि भी की गई है।

सांसद ने कहा कि ₹32.73 करोड़ की लागत से मार्ग निर्माण की परियोजना पहले से स्वीकृत है, और आवश्यक अनुमतियाँ भी प्राप्त हो चुकी हैं। इसके बावजूद निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है, जबकि मार्ग की स्थिति “अत्यंत जर्जर और खतरनाक” हो चुकी है।

उन्होंने यह भी कहा कि “बार-बार मरम्मत पर खर्च करने के स्थान पर एकमुश्त निर्माण कार्य कराना जनहित एवं लाभकारी होगा।”

पृष्ठभूमि: अधूरे नालों और समन्वय की कमी से अटका काम

प्रशासनिक रिपोर्टों के अनुसार, राष्ट्रीय राजमार्ग-709बी का यह हिस्सा पहले लोक निर्माण विभाग (निर्माण खंड-2) के अधीन था, जिसे बाद में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंपा गया।
हालांकि नालों की मरम्मत, चौड़ीकरण और जल निकासी से संबंधित कार्य अलग-अलग विभागों में बंट जाने के कारण समन्वय की कमी बनी रही।
मार्च 2023 में परियोजना के लिए ₹0.91 करोड़ की धनराशि जारी की गई थी, किंतु त्रिपक्षीय समझौते (Tripartite Agreement) की अवधि समाप्त होने के बाद भी काम अधूरा रह गया।

डीएम ने मांगी संयुक्त रिपोर्ट, सांसद ने शासन को भेजी सिफारिश

जिलाधिकारी गाजियाबाद ने अपने पत्र में कहा था कि “विभागों द्वारा कार्य में अत्यधिक विलंब जनहित के प्रतिकूल है, अतः देरी के कारणों और जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका स्पष्ट की जाए।”
सांसद अतुल गर्ग ने इस विषय को शासन स्तर पर उठाते हुए मांग की है कि “लोक निर्माण विभाग तुरंत परियोजना पर निर्माण कार्य आरंभ करे ताकि जनता को राहत मिल सके और मार्ग का स्वरूप स्थायी रूप से सुधारा जा सके।”

स्थानीय निवासियों में नाराजगी, जल्द कार्रवाई की उम्मीद

लोनी क्षेत्र के स्थानीय नागरिकों ने सांसद और डीएम दोनों के हस्तक्षेप का स्वागत करते हुए कहा है कि वर्षों से यह सड़क जलभराव और गड्ढों से भरी रहती है। मानसून के दौरान यहां वाहन चलाना अत्यंत कठिन हो जाता है।
अब जब मामला शासन स्तर तक पहुंच गया है, लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही ठोस कार्रवाई होगी।

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