रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
मंडोला गाजियाबाद: किसान सत्याग्रह आंदोलन, अधीक्षण अभियंता कार्यालय की तालाबंदी
गाजियाबाद, 24 अक्टूबर। मंडोला विहार योजना से प्रभावित किसानों ने आज अधीक्षण अभियंता कार्यालय की तालाबंदी कर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि उनकी पूर्व घोषित मांगों पर प्रशासन और अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है।
किसानों ने बताया कि आज सुबह निर्धारित समय पर वे कार्यालय के सामने सांकेतिक प्रदर्शन करने पहुंचे और अधिकारियों से अपने मांग पत्र पर हुई कार्यवाही और सहमति की जानकारी मांगना चाहते थे। इसी दौरान परिषद के अधीक्षण अभियंता राकेश चंद्र और मंडोला चौकी इंचार्ज हरिओम ने कुछ देर आपस में विचार-विमर्श के बाद किसानों के बीच पहुँचकर एक सहमति पत्र पढ़ना शुरू किया।
सहमति पत्र में किसानों की मांगों में शामिल गाँव के विकास, श्मशान भूमि और स्कूल की भूमि को छोड़ने और योजना का नाम मंडोला के नाम पर रखने का उल्लेख किया गया। अधिकारियों ने कहा कि “यह मांग आपकी पूरी हो चुकी है और अब धरने प्रदर्शन की आवश्यकता नहीं है।”
इस पर किसानों ने नाराजगी जताई और कहा कि 2 दिसंबर 2016 से चल रहे धरना प्रदर्शन की मूल मांगों पर अभी तक कोई सहमति नहीं बनी, जबकि अधिकारियों ने इसके बारे में कोई ठोस जानकारी देने में असमर्थता जताई। यह सुनकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने तुरंत ही परिषद कार्यालय की तालाबंदी कर दी।
किसानों ने चौकी इंचार्ज को कार्यालय की चाबी सौंपते हुए स्पष्ट किया कि मांगों पर सहमति बनने तक कार्यालय नहीं खोला जाएगा, और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे सामूहिक आत्मदाह की भी संभावना व्यक्त कर रहे हैं।
किसानों ने कहा कि आगामी दिनांक 3 नवंबर 2025 को जिला कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च का कार्यक्रम तय है, जिसका पहला पड़ाव उप जिलाधिकारी कार्यालय लोनी होगा। लेकिन प्रशासन और अधिकारियों के गैर-जिम्मेदाराना रवैये के कारण किसानों ने आज ही तालाबंदी कर आंदोलन को तेज कर दिया। इस संबंध में उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता चौधरी राकेश को भी सूचित किया।
प्रवक्ता चौधरी राकेश ने कहा कि 26 अक्टूबर को मुख्यमंत्री का गाजियाबाद आगमन है, जिसके दौरान किसानों के प्रतिनिधि मंडल से मिलने की व्यवस्था प्रशासन को सुनिश्चित करनी होगी, अन्यथा आंदोलन मंडोला विहार तक सीमित नहीं रहेगा।
आज प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश संगठन मंत्री प्रवीण मालिक, वरिष्ठ किसान नेता बिल्लू प्रधान, सुनील बालियान, नीरज त्यागी, मास्टर महेंद्र सिंह त्यागी, बॉबी त्यागी, राजबीर त्यागी, सुरेंद्र शर्मा, मुकेश त्यागी समेत सैकड़ों महिला और पुरुष किसानों ने भाग लिया।
किसानों का कहना है कि वे अपने भूमि-संबंधी अधिकारों और विकास संबंधी मांगों के लिए सतत प्रदर्शन जारी रखेंगे और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
