बागपत ट्रिपल मर्डर केस: मासूमों की हत्या के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 29 नामजद और 60 अज्ञात पर FIR दर्ज

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रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़ 

बागपत ट्रिपल मर्डर केस:
मासूमों की हत्या के बाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 29 नामजद और 60 अज्ञात पर FIR दर्ज

स्थान: गांगनौली गाँव, दोघट थाना क्षेत्र, बागपत जिला, उत्तर प्रदेश

 

तारीख: 12 अक्टूबर 2025

 

मुख्य घटनाक्रम:

बागपत जिले के दोघट थाना क्षेत्र के गांगनौली गाँव में 12 अक्टूबर 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। मस्जिद के इमाम की पत्नी इसराना (30 वर्ष) और उनकी दो नाबालिग बेटियाँ सोफिया (5 वर्ष) और सुमाइया (2 वर्ष) की निर्मम हत्या कर दी गई। मृतक परिवार के सदस्य इमाम मो. इब्राहीम उस समय घर पर नहीं थे, क्योंकि वे देवबंद में किसी धार्मिक यात्रा पर गए हुए थे।

मृतकों के शव मस्जिद के आवासीय कमरे में पाए गए, जिससे यह मामला और भी जटिल हो गया। पुलिस ने हत्या के कारणों की जांच शुरू की, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।

पुलिस की कार्रवाई:

घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 29 नामजद और लगभग 60 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की। इनमें कुछ महिलाएँ भी शामिल हैं। पुलिस ने वीडियो और तस्वीरों के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

पुलिस ने घटना स्थल से एक धारदार हथियार भी बरामद किया है, जिसे हत्या में प्रयुक्त होने का संदेह है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाने के लिए घटनास्थल का निरीक्षण किया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

 

समुदाय की प्रतिक्रिया:

घटना के बाद स्थानीय समुदाय में शोक और आक्रोश का माहौल है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाते समय ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस पर पथराव किया। इससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।

परिवार के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। कुछ ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी अपील की है।

अपराध की प्रकृति और संभावित कारण:

हत्या की प्रकृति को देखते हुए यह एक सुनियोजित और क्रूर अपराध प्रतीत होता है। हालांकि प्रारंभिक जांच में किसी स्पष्ट कारण का पता नहीं चला है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।

कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि मदरसे के दो नाबालिग छात्रों को हिरासत में लिया गया है, जो इस घटना में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

अंतिम विचार:

बागपत ट्रिपल मर्डर केस एक जघन्य अपराध है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की कार्रवाई और समुदाय की प्रतिक्रिया इस बात का संकेत देती है कि इस मामले में जल्द ही न्याय की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि, जांच अभी जारी है और कई पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि समाज में अपराध की रोकथाम के लिए केवल पुलिस की कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि समुदाय की जागरूकता और सहयोग भी आवश्यक है।

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