रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
पत्रकार किशन भाटी की असमय मृत्यु : लोनी और गाजियाबाद में शोक की लहर
लोनी से उठा एक सच्चा आवाज — और आज वह आवाज खामोश
गाजियाबाद–लोनी क्षेत्र के पत्रकार जगत को आज एक गहरा सदमा लगा है। वरिष्ठ एवं निष्ठावान पत्रकार किशन भाटी का 2 अक्टूबर 2025 को अस्पताल में निधन हो गया। कुछ दिन पहले 30 सितम्बर को एक सड़क दुर्घटना में वे गंभीर रूप से घायल हुए थे। उनका उपचार यशोदा अस्पताल में चल रहा था, लेकिन सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
उनका जाना न केवल उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि लोनी क्षेत्र की पत्रकारिता, सामाजिक सक्रियता, और निर्भीक आवाज के लिए एक बड़ी हानि है।
घटना तिथि / जानकारी
दुर्घटना का दिन 30 सितम्बर 2025 (सड़क दुर्घटना में घायल)
अस्पताल भर्ती यशोदा अस्पताल, जहाँ उनका इलाज चला
निधन 2 अक्टूबर 2025 को उपचार के दौरान मृत्यु
लेखन और पत्रकारिता काल पिछले एक दशक से भी अधिक समय से लोनी क्षेत्र में सक्रिय रहे
इस घटना ने स्थानीय जनता, पत्रकार साथियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहरा दुख और शोक उत्पन्न कर दिया है।
किशन भाटी : जीवन, संघर्ष और विरासत
1. एक निर्भीक पत्रकार
लोनी क्षेत्र में उन्होंने समाज के कमजोर, निर्धन और असहाय लोगों के पक्ष में आवाज उठाई। भ्रष्टाचार, अन्याय, अव्यवस्था — अनेक मामलों को उन्होंने आत्मविश्वास और साहस से उजागर किया।
2. समानता और न्याय का पक्ष
वे न तो धन और प्रतिष्ठा देखकर मामले चुनते थे, न ही दबावों से डरते थे। “मिलान सार” — यानी समाज के धनी और गरीब, दोनों की दृष्टि से निष्पक्ष — यह उनकी कार्यशैली थी।
3. लोकप्रिय समर्थन और सम्मान
उनके निधन पर कई पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय लोग सोशल मीडिया व सार्वजनिक रूप से शोक जता रहे हैं, और उन्हें “हमारा प्रिय पत्रकार साथी” कहा जा रहा है।
लोनी विधानसभा क्षेत्रों के गांवों जैसे मेवला भट्टी, गनौली, गढ़ी कटैया आदि में शोक संवेदना व्यक्त की गई।
4. एक उदाहरण, एक प्रेरणा
उनकी पत्रकारिता इस बात का उदाहरण रही कि कैसे स्थानिक स्तर पर भी सच्चाई और न्याय की राह पर चलते हुए समाज में बदलाव संभव है।
प्रतिक्रिया और शोक व्यक्तियाँ
पत्रकार साथियों, मित्रों और जनमानस ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
स्थानीय राजनीति, सामाजिक संगठनों और निवासियों ने उनके परिवार को संवेदनाएँ भेजी हैं।
पत्रकारिता जगत में यह घटना एक चेतावनी भी है कि किस प्रकार सच्ची आवाजों को समर्थन और सुरक्षा मिलनी चाहिए।
परमात्मा से प्रार्थना एवं संदेश
हम परमात्मा से विनती करते हैं कि दिवंगत किशन भाटी की आत्मा को शांति प्रदान करें।
इस अपार दुख की घड़ी में उनके परिजनों को, पत्नी, संतान या अन्य आश्रितों को, यह कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें।
पत्रकारिता और सामाजिक व कल्याण कार्यों के क्षेत्र में कार्यरत लोगों को यह दृढ़ संकल्प मिले कि वे इस विरासत को आगे बढ़ाएँ। इस दुख की घड़ी में जनवाणी परिवार पूर्ण रूप से उनके परिवार के साथ खड़ा है।
