रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
गिरफ्तारी के बाद बदला चैतन्यानंद का रूप – माथे से तिलक और भगवा कुर्ता गायब, टी-शर्ट-लोवर में आया नजर
नई दिल्ली/आगरा। स्वयं को संत बताने वाले चैतन्यानंद सरस्वती को दिल्ली पुलिस ने रविवार देर रात (29 सितम्बर 2025) को आगरा के एक बजट होटल से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो तेजी से वायरल है, जिसमें वह भगवा वस्त्र और माथे का तिलक छोड़कर साधारण टी-शर्ट और लोवर में नज़र आ रहे हैं। पुलिस की गिरफ्त में उनका चेहरा घबराया और सहमा हुआ दिखाई देता है।
कौन है चैतन्यानंद सरस्वती
चैतन्यानंद मूल रूप से श्री शारदा पीठम, श्रृंगेरी मठ से जुड़ा था, लेकिन वित्तीय और आचरण संबंधी विवादों के बाद मठ ने उससे संबंध समाप्त कर दिए। दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टिट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च (SIIMR) में वह वर्षों से आध्यात्मिक मार्गदर्शक और ट्रस्टी के तौर पर सक्रिय था।
कब और कहां से हुई गिरफ्तारी
फरार चल रहे चैतन्यानंद को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 29 सितम्बर 2025 की देर रात आगरा के एक होटल से गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार वह फरारी के दौरान कई राज्यों में सस्ते होटलों में ठिकाने बदलता रहा, ताकि निगरानी से बच सके।
गिरफ्तारी के वक्त उसके पास से मोबाइल फोन, टैब, फर्जी दस्तावेज व कई पासपोर्ट बरामद हुए, जिन्हें फॉरेन्सिक जांच के लिए भेजा गया है।
क्या है पूरा मामला
चैतन्यानंद पर संस्थान में पढ़ने वाली कम से कम 17 छात्राओं ने यौन उत्पीड़न, अनुचित व्यवहार, मानसिक दबाव और निजी दस्तावेज जब्त करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
आरोप है कि संस्थान में शिकायत करने पर छात्राओं पर दबाव डाला जाता था।
पीड़ितों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया था।
अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद वह फरार हो गया।
पुलिस और अदालत की कार्रवाई
गिरफ्तारी के बाद चैतन्यानंद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया।
अदालत ने उसे 5 दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा ताकि पूछताछ और बरामद डिजिटल साक्ष्यों की जांच हो सके।
पुलिस टीम ने दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी छापेमारी की और संस्थान व आश्रम की तलाशी ली।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
गिरफ्तारी के समय का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। इसमें चैतन्यानंद साधारण कपड़ों में पुलिसकर्मियों के साथ चलता हुआ दिख रहा है। माथे का तिलक और भगवा कुर्ता गायब है, चेहरा घबराया हुआ दिख रहा है।
आगे की जांच
पुलिस अब फॉरेन्सिक रिपोर्ट, वित्तीय लेन-देन और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर मामले की तह तक जाएगी।
अधिकारियों ने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाने और सभी आरोपों की पारदर्शी जांच की जाएगी।
वहीं श्रृंगेरी मठ ने स्पष्ट किया कि उसने पहले ही चैतन्यानंद से संबंध तोड़ लिए हैं और कानूनी प्रक्रिया में पुलिस की मदद कर रहा है।
29 सितम्बर की देर रात गिरफ्तारी के साथ ही चैतन्यानंद का भगवा वस्त्र और धार्मिक आवरण उतर गया। इस कार्रवाई ने न केवल कथित धार्मिक आवरण के पीछे छिपे अपराध को उजागर किया है, बल्कि पीड़ित छात्राओं की हिम्मत और पुलिस की सक्रियता को भी सुर्खियों में ला दिया है। अदालत में सुनवाई जारी है और पुलिस अगले चरण की जांच में जुटी हुई है।
