रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
अंतरंग वीडियो से ब्लैकमेल का आरोप — मथुरा: बीटेक छात्रा मुस्कान ने हॉस्टल में आत्मादन किया, सहपाठी गिरफ्तार
मथुरा।एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली 19 वर्षीया बीटेक छात्रा मुस्कान चौधरी का शव उसके निजी गर्ल्स-हॉस्टल के कमरे में जली हुई अवस्था में मिला। पुलिस ने शुरुआती जांच में कहा है कि मुस्कान ने सहपाठी शिवम कुमार द्वारा लगातार ब्लैकमेल और धमकियों से परेशान होकर खुद को आग लगाकर आत्महत्या की है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया; उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
घटना का क्रम
पुलिस के बयानों के अनुसार घटना बुधवार दोपहर की है, जब मुस्कान अपने हॉस्टल कमरे में जली हालत में मिली। मौके पर पहुंची टीमों ने घटनास्थल से साक्ष्य संग्रहित कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के कमरे से शव हटा दिए जाने के बाद उन्हें सूचित किया गया, जिससे वे आक्रोशित रहे।
परिवार का आरोप
मुस्कान के पिता दिनेश चौधरी (बुर्ज नौजी, सहपऊ, हाथरस) ने थाना जैंत में शिवम के खिलाफ तहरीर दी। शिकायत में पिता का आरोप है कि शिवम ने मुस्कान का एक अंतरंग/निजी वीडियो अपने पास होने की बात कहकर उसे बार-बार ब्लैकमेल किया, पैसे की मांग की और वीडियो वायरल करने व जान से मारने की धमकी दी। परिजन कहते हैं कि लगातार उत्पीड़न से गला घुटने के बाद मुस्कान ने यह चरम कदम उठाया।
पुलिस की पुष्टि — डिजिटल साक्ष्यों की बात
पुलिस ने मुस्कान के मोबाइल की डिजिटल जांच कर कई चैट-मेसेज तथा संदेश बरामद होने की बात कही है, जिनसे कथित ब्लैकमेल और धमकियों के संकेत मिले। प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपित ने माना कि उसने धमकी दी थी और वीडियो को लेकर दबाव बनाया। मामले में संबंधित सभी डिजिटल व परास्तिथि साक्ष्यों की बारीकी से तफ्तीश की जा रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या और कौन-कौन शामिल थे। पुलिस ने कहा कि जांच अभी चल रही है और सभी पहलुओं पर कड़ी पड़ताल की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपी की स्थिति और कानूनी कार्रवाई
मौके पर दर्ज प्राथमिकी व तहरीर के आधार पर पुलिस ने शिवम को हिरासत में लिया। उसे अदालत में प्रस्तुत कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपों की गंभीरता के मद्देनज़र डिजिटल फॉरेंसिक और मोबाइल-कॉल रिकॉर्डिंग जैसी चीज़ों की जांच की जा रही है ताकि स्पष्ट हुआ जा सके कि आरोप कितने सुदृढ़ हैं और घटना में किसी तीसरे पक्ष की भूमिका तो नहीं थी।
परिजन-हॉस्टल विवाद
घटना के बाद मृतका के परिजनों ने कुछ सवाल उठाए — वे आरोप लगा रहे थे कि शव घटनास्थल से हटाया गया और हॉस्टल प्रबंधन से मिलीभगत की आशंका व्यक्त की। स्थानीय थाने व कॉलेज प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। मामले में हॉस्टल संचालक-प्रबंधन से भी पूछताछ की गई।
पुलिस का बयान
सीओ (सदर) संदीप कुमार और संबंधित अधिकारी बताते हैं कि आरोप गंभीर हैं, इसलिए डिजिटल रिकॉर्ड, चैट और अन्य परिस्थितिजन्य सबूतों की जांच जारी है। उन्होंने कहा है कि जांच निष्पक्ष और तेज़ गति से की जाएगी और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वर्तमान स्थिति और आगे क्या होना बाकी है
आरोपी शारीरिक रूप से हिरासत में है और न्यायालय के समक्ष पेश किया जा चुका है; जांच जारी है।
पुलिस फॉरेंसिक तथा मोबाइल-डिजिटल टीमों से और प्रमाण जुटा रही है ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि ब्लैकमेल के पीछे और कौन-कौन हाथ थे या वीडियो का स्रोत क्या था।
परिजन, विश्वविद्यालय व स्थानीय समुदाय ने इस घटना पर गहरा शोक और आक्रोश व्यक्त किया है; प्रशासन से निष्पक्ष तफ्तीश की मांग उठी है।
