
रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक /जन वाणी न्यूज़
ताज नगरी में बाढ़ का कहर: यमुना खतरे के निशान से ऊपर, ताजमहल तक पहुँचा पानी – प्रशासन अलर्ट पर
आगरा | 12 सितम्बर 2025
आगरा में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हालात गंभीर हो गए हैं। नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है और इसका असर ऐतिहासिक ताजमहल परिसर तक देखने को मिल रहा है। टिकट विंडो और बागों में पानी भरने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर राहत शिविरों में ठहराने की व्यवस्था की है।
प्रभावित क्षेत्र और स्थानांतरण
नागला नाहरगंज, रामबाग, बेलनगंज, एत्माद्दौला क्षेत्र सहित यमुना किनारे के निचले इलाकों में पानी घुसने से हालात बिगड़ गए हैं। अब तक करीब 40 परिवारों (100 से अधिक लोग) को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जा चुका है। कई इलाकों में गलियाँ और सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे लोगों का आवागमन बाधित हो रहा है।
प्रशासनिक तैयारी और बचाव कार्य
जिला प्रशासन ने SDRF और NDRF की टीमों को राहत कार्य में लगाया है। नावों की मदद से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। प्रभावित इलाकों में राहत शिविर बनाए गए हैं जहाँ पीने का पानी, भोजन और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
डीएम आगरा ने बताया कि “हर प्रभावित परिवार तक मदद पहुँचाने के लिए टीमें तैनात हैं। किसी को भी परेशानी न हो इसके लिए निगरानी चौबीसों घंटे की जा रही है।”
ताजमहल व अन्य धरोहरों की सुरक्षा
एएसआई और जिला प्रशासन ने ताजमहल की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रोटोकॉल लागू किया है। ताजमहल के चारों ओर बैरिकेडिंग कर दी गई है और बाढ़ के पानी के दबाव से स्मारक की नींव सुरक्षित रखने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
लोगों की परेशानियाँ
घरों में पानी भरने से घरेलू सामान व अनाज खराब हो रहे हैं।
पीने के पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है।
स्थानीय लोग भोजन और पशुओं के चारे की कमी से जूझ रहे हैं।
कई परिवारों को स्कूलों और सामुदायिक भवनों में शरण लेनी पड़ी है।
सरकारी निर्देश और राजनीतिक प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि “बाढ़ प्रभावित किसी भी परिवार को राहत से वंचित न रखा जाए। जरूरत पड़ने पर हेलीकॉप्टर से भी राहत सामग्री पहुँचाई जाए।”
वहीं विपक्षी नेता अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “सरकारी दौरे सिर्फ बाढ़ पर्यटन साबित हो रहे हैं। जमीनी स्तर पर मदद समय पर नहीं पहुँच रही है।”
चुनौतियाँ
1. यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ नियंत्रण मुश्किल।
2. राहत सामग्री की आपूर्ति प्रभावित इलाकों तक पहुँचाने में बाधाएँ।
3. जलजनित रोग फैलने का खतरा, चिकित्सा टीमों को सतर्क किया गया है।
4. ताजमहल व अन्य ऐतिहासिक स्थलों की संरचनात्मक सुरक्षा।
प्रशासन की चेतावनी
आगरा में बाढ़ की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में नहीं है और अगले 24-48 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और आवश्यक होने पर तुरंत कंट्रोल रूम से संपर्क करें। दल
