हापुड़: जिंदल नगर के पास 21 वर्षीय मजदूर का शव मिलने से इलाके में सनसनी

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रविन्द्र बंसल प्रधान  / संपादक जन वाणी न्यूज़

हापुड़: जिंदल नगर के पास 21 वर्षीय मजदूर का शव मिलने से इलाके में सनसनी

 

परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया — 112 पर

रिस्पॉन्स न मिलने और चौकी पर अभद्र व्यवहार के भी गंभीर आरोप

 

हापुड़ ।जिंदल नगर के पास मंगलवार-बुधवार की दरमियानी 21 वर्षीय युवक का शव मिलने से इलाके में भारी हड़कंप मची हुई है। परिजनों और मजदूर साथियों ने मौत को संदिग्ध बताया है और पुलिस की कार्यशैली पर सख्त सवाल उठाए हैं। नीचे घटनाक्रम, पक्ष-विपक्ष और जांच की वर्तमान स्थिति विस्तार से प्रस्तुत है।

 

 

 

मृत शरीर जिंदल नगर (हापुड़-पिलखुवा इलाके) के पास राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्विस रोड के नाले में पाया गया।

 

परिजनों और मजदूर साथियों के अनुसार युवक मंगलवार को अचानक गायब हुआ और बुधवार की शाम नाले में उसका शव देखा गया। शव को मौके पर मौजूद परिजनों व मजदूरों की मदद से बाहर निकाला गया।

 

 

मृतक की पहचान व पृष्ठभूमि

 

मृतक का नाम मोहित बताया जा रहा है, उम्र लगभग 21 वर्ष।

 

वह मूलतः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के गांव कोटी पोखर का निवासी था।

 

स्थानीय लोगों के अनुसार मोहित कुछ समय पहले पिलखुवा आया था और जिंदल पाइप्स / जिंदल कंपनी में कार्यरत था।

 

 

परिजनों और मजदूर साथियों के आरोप

 

परिजनों का आरोप है कि मोहित की हत्या की गई है और मामला संदिग्ध है — वे घटना की निष्पक्ष और तेज जांच की मांग कर रहे हैं।

 

मजदूर साथियों का कहना है कि घटना के समय उन्होंने आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल की, पर वहां से कोई जवाब नहीं मिला।

 

इसके बाद वे स्थानीय चौकी पर गए जहाँ, उनके आरोप के अनुसार, चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने अभद्र व्यवहार किया और मदद नहीं की। मजदूरों का दावा है कि यदि समय पर मदद मिल जाती तो शायद युवक की जान बच सकती थी।

 

 

> नोट: 112 पर रिस्पॉन्स न मिलने और चौकी पर अभद्र व्यवहार के आरोप परिवार/मजदूरों के दावे हैं; इन आरोपों की आधिकारिक पुष्टि के लिए पुलिस जांच जारी है।

 

 

 

स्थानीय लोगों और परिजनों की प्रतिक्रिया

 

घटना के बाद इलाके में गुस्सा और तनाव देखने को मिला। स्थानीय लोग और मजदूर संगठित रूप से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।

 

परिजन और स्थानीय समर्थक कार्रवाई न होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दे चुके हैं।

 

 

 

पुलिस का बयान और जांच की स्थिति

 

पिलखुवा प्रभारी निरीक्षक पटनीश कुमार ने कहा है कि प्रारम्भिक जांच से मामला संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मृत्यु का प्रतीत होता है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और तकनीकी तथा हत्या-संबंधी पहलुओं की जांच जारी है।

 

अधिकारीयों ने कहा है कि कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जांच की जाएगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने पर मृत्यु का सटीक कारण स्पष्ट होगा।

 

पुलिस ने फिलहाल मृत्यु के सीधे कारणों और 112/चौकी पर व्यवहार से जुड़े आरोपों पर विस्तृत टिप्पणी करने से परहेज़ किया है, जबकि उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की विवेचना की जा रही है।

 

 

प्रशासनिक और सामाजिक निहितार्थ

 

परिजन-मजदूर और स्थानीय लोगों की नाराज़गी पुलिस-प्रशासन के प्रति विश्वास पर चोट पहुँचा सकती है। ऐसे मामलों में पारदर्शी और तेज़ जांच समाज में शांति बनाए रखने के लिए नितांत आवश्यक मानी जाती है।

 

यदि आरोप सत्य पाए गए तो संवेदनशीलता से निपटना होगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठेगी।

 

 

निष्कर्ष / क्या मांगा जा रहा है

 

परिजन और स्थानीय लोगों की मुख्य मांगें:

 

घटना की निष्पक्ष, पारदर्शी और तेज़ जांच।

 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाए और जांच में निष्पक्ष फोरेंसिक संसाधनों का उपयोग हो।

 

112 और चौकी पर कथित लापरवाही व अभद्र व्यवहार की भी स्वतंत्र रूप से जाँच हो।

 

 

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