
रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
ट्रोनिका सिटी पुलिस की बड़ी कार्रवाई वाहन चोरी करने वाले दो शातिर गिरफ्तार, 08 मोटरसाइकिल और 01 ई-रिक्शा बरामद
गाजियाबाद, 31 अगस्त थाना ट्रोनिका सिटी पुलिस ने रविवार को वाहन चोरों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने चेकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए दो शातिर वाहन चोरों को दबोच लिया। इनके कब्जे और निशानदेही पर चोरी की 08 मोटरसाइकिलें और 01 ई-रिक्शा बरामद किए गए।
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान अभिषेक उर्फ गोलू पुत्र सीताराम निवासी ग्राम मीरपुर थाना ट्रोनिका सिटी (उम्र 22 वर्ष) और मोहित उर्फ साधु पुत्र मुद्रिका निवासी सुधीर एन्क्लेव, रामपार्क एक्सटेंशन थाना ट्रोनिका सिटी (उम्र 21 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस ने इन्हें सिग्नेचर सिटी पुस्ता ठोकर नंबर-09 से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे आपस में दोस्त हैं और पहले भी कई बार चोरी व अन्य अपराधों के मामलों में जेल जा चुके हैं। दोनों ने स्वीकार किया कि अपने मुकदमों की पैरवी और वकीलों की फीस चुकाने के लिए उन्होंने फिर से वाहन चोरी करना शुरू किया।
उन्होंने बताया कि वे दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से मोटरसाइकिल और ई-रिक्शा चोरी करते थे और उन्हें सुरक्षित स्थान पर छिपाकर रखने के बाद दिल्ली में बेच देते थे। चोरी से मिले पैसे को आपस में बांट लिया जाता था।
अभियुक्तों ने यह भी खुलासा किया कि वे एक साथ 10–12 वाहन जमा करने के बाद उन्हें बेचने की योजना बना रहे थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने चेकिंग के दौरान उन्हें धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद दोनों की निशानदेही पर झाड़ियों में छुपाई गई मोटरसाइकिलें और ई-रिक्शा बरामद किए गए।
बरामदगी
चोरी की 08 मोटरसाइकिल
01 ई-रिक्शा
आपराधिक इतिहास
अभिषेक उर्फ गोलू के खिलाफ थाना ट्रोनिका सिटी पर कुल 05 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें वाहन चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट के मामले शामिल हैं।
मोहित उर्फ साधु के खिलाफ कुल 06 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें वाहन चोरी, डकैती, डकैती के प्रयास और मारपीट के मामले शामिल हैं। अन्य आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि दोनों अभियुक्त शातिर किस्म के वाहन चोर हैं, जो लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय थे। इनकी गिरफ्तारी से वाहन चोरी की कई घटनाओं का खुलासा हुआ है। बरामद वाहनों के वास्तविक मालिकों की पहचान कर उन्हें सुपुर्द करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
