रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़
एडवोकेट अर्चना तिवारी के गायब होने की परतें खुलीं, खुद रची थी गुमशुदगी की साजिश, परिजन चाहते थे शादी करना, मगर वह किसी और से प्यार करती थी?
भोपाल। 14 दिनों से लापता मध्य प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर पीठ में प्रैक्टिस करने वाली एडवोकेट अर्चना तिवारी को आखिरकार रेलवे पुलिस ने नेपाल बॉर्डर के पास लखीमपुर खीरी से बरामद कर लिया है। अर्चना को भोपाल लाया गया, जहां पूछताछ में सामने आया कि उसका लापता होना कोई किडनेप नहीं था, बल्कि पूरी तरह से प्लान की गई साजिश थी। जिसकी मास्टरमाइंड खुद अर्चना थी। उसके परिवार के लोग उसकी शादी एक पटवारी से कर रहे थे, जबकि वह शादी करना नही चाहती थी। सारांश नामक एक लड़के से मुहब्बत करती थी ऐसे में उसने यह साजिश रची।
पुलिस को अर्चना की आखिरी लोकेशन इटारसी स्टेशन पर मिली थी, जिसके बाद से उसका मोबाइल बंद आ रहा था ।परिजनों द्वारा भोपाल के रानी कमलापति जीआरपी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जंगलों में तलाशी ली। इलेक्ट्रॉनिक सर्विसलांसिग और साइबर टीम की मदद से पुलिस द्वारा उसकी लोकेशन ट्रेस की की गई। तब जाकर एडवोकेट अर्चना तिवारी नेपाल बॉर्डर के निकट लखीमपुर खीरी से बरामद हुई। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरी कहानी का खुलासा हुआ।
