
गाजियाबाद। मंगलवार की रात्रि थाना टीला मोड़ पुलिस व ट्रांस हिंडन व स्वाट टीम संयुक्त रूप से थाना टीलामोड़ में वांछित अभियुक्त एवं दबिश से फरुखनगर रोड पर वापस आ रहे थे। पुलिस को इस दौरान मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि एक संदिग्ध ट्रक एयरपोर्ट बाउंड्री की तरफ जंगल में खड़ा है। जिसमें कुछ लोग रात्रि में गाय चुराकर ले जाने की फिराक में है। अगर जल्दी की जाए तो पकड़े जा सकते हैं। इस सूचना पर पुलिस पार्टी द्वारा सर्च करने के आशय से छिपते हुए ट्रक के पास पहुंचे तो देखा कि तीन – चार व्यक्ति जंगल में बैठी गायों को बांधने का प्रयास कर रहे हैं। हम पुलिसवालों द्वारा रोकने व टोकने पर बदमाशों द्वारा पुलिस पार्टी को निशाना बनाते हुए जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया गया। आत्मरक्षार्थ पुलिस पार्टी द्वारा फायर किया गया, जिससे एक बदमाश घायल होकर गिर गया । इस बीच दो बदमाश मौके का फायदा उठाकर भागने लगे जिनका पुलिस पार्टी द्वारा पीछा कर घेर घोट कर पकड़ लिया गया। नाम पता पूछने पर घायल बदमाश ने अपना नाम परवेज पुत्र रफ़ीकुद्दीन निवासी लख्खीपुरा थाना लिसाड़ी गेट जनपद मेरठ उम्र करीब 38 वर्ष बताया, सख्ती से पूछताछ करने पर बताया कि दिसंबर 20/21 /12/2024 की रात में मेरे द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर काका फार्म हाउस के पीछे गोकशी की घटना को अंजाम दिया था। पकड़े जाने के भय से मेरे द्वारा पुलिस पार्टी पर जानलेवा फायर किया गया था। तथा दूसरे व्यक्ति ने अपना नाम मेहताब पुत्र कलुआ निवासी शाहजहांपुर थाना किठौर जनपद मेरठ उम्र करीब 21 वर्ष व तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम शमशेर पुत्र पप्पू निवासी मोहल्ला तुरावली का पुरवा थाना ज्वालागंज जनपद फतेहपुर उम्र करीब 25 वर्ष जो ट्रक चालक है बताया। घायल अभियुक्त के कब्जे से 1 तमंचा, 1 खोखा कारतूस, 1 जिंदा कारतूस, पशु बांधने की रस्सी, काटने का बांका व छुरा बरामद हुआ, साथ में बरामद ट्रक संख्या UP12AT1027 के बारे में पूछा गया तो अभियुक्तगण द्वारा बताया कि हम लोग इसी ट्रक से जंगल में घूम रही गाय, बैल को लाद कर बाहर ले जाकर बेचते हैं, पहचान छुपाने के लिए इस ट्रक का नंबर बदल रखा है। घायल अभियुक्त उपरोक्त को उपचार हेतु 50 सैया अस्पताल, लोनी भेजा गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
शगिरफ्तार अभियुक्तगण का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार घायल अभियुक्त परवेज पुत्र रफ़ीकुद्दीन उपरोक्त के विरुद्ध मेरठ व कुशीनगर में गौ हत्या, पशु क्रूरता, आयुध अधिनियम व चोरी आदि से संबंधित लगभग आधा दर्जन अभियोग पंजीकृत है। अन्य आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।