
दंपति पर दवाब बनाने की बात कबूली
एसीपी के मुताबिक हरेंद्र ने पूछताछ में महीनों पहले दंपति और उनके व्यापारिक साझेदारों से अलग होने की बात कहीं गई है। हालांकि धैर्य नेगी के कहने पर पंकज गुप्ता और रीना गुप्ता दंपति पर रुपये देने का दबाव बनाने की बात आरोपी ने स्वीकार की है। एसीपी सलोनी अग्रवाल ने बताया कि हरेंद्र खरखड़ी के खिलाफ लोनी थाने में रंगदारी, हत्या, धमकी और गैंगस्टर एक्ट के तहत आठ मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपी के खिलाफ कविनगर थाने में हत्या के प्रयास का एक मुकदमा दर्ज है, इसके अलावा गौतमबुद्धनगर जनपद के एक थाने में भी हरेंद्र खरखड़ी के खिलाफ हत्या का मुकदमा है।
दंपति के सुसाइड नोट में क्या लिखा था
शालीमार गार्डन में पंकज गुप्ता और रीना गुप्ता सुसाइड मामले में पुलिस को दो सुसाइड नोट मिले थे। पंकज गुप्ता ने सुसाइड नोट में धैर्य नेगी को मुख्य आरोपी करार देते हुए लिखा था कि मुझे इस हाल में लाने के लिए वही एक शख्य सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। हम मरना नहीं चाहते लेकिन हमारे पास कोई और रास्ता अब नहीं है। धैर्य नेगी गैंगस्टर के नाम पर धमकाता है, वसूली करता है। मणिपुर निवासी फ्लैट मालिक थाओ लांटुई कौथे के द्वारा अपने दोस्त श्याम को भेजकर धमकी दिलाई जाती है। पंकज गुप्ता ने धैर्य नेगी पर फ्रॉड, ब्लैकमेल और परिवार को खत्म करने की धमकी का भी आरोप लगाया था। उसी ने क्लब में फंसाकर मुझे कर्ज में डुबो दिया। दूसरे सुसाइड नोट में रीना ने सात लोगों के नाम लिखते हुए कहा था कि हम मरना नहीं चाहते थे, मगर इन लोगों ने हमे जीने लायक नहीं छोड़ा है। हम टाइम मांगते रहे, मगर कोई तैयार नहीं हुआ।
इन नौ लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
एसीपी शालीमार गार्डन सलोनी अग्रवाल ने बताया कि मौके की छानबीन करने के बाद पुलिस को एक डायरी मिली है। उस डायरी में दो अलग- अलग पन्नों पर सुसाइड नोट मिले हैं। इन दोनों पन्नों में नौ लोगों के नाम मिले हैं, आरोप है कि इन लोगों के दवाब से पंकज और उसकी पत्नी तनाव में थे। पुलिस के मुताबिक डायरी से मिले नोट के आधार पर धैर्य नेगी, हरेंद्र खरखड़ी, रोहित, संदीप, थाओ लांटुई कौथे, रजत, प्रभात कुमार, मीनू और श्याम के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था।