रविन्द्र बंसल वरिष्ठ संवाददाता / जन वाणी न्यूज़ मेरठ। यूपी एसटीएफ ने दिल्ली में डबल मर्डर में वांछित 50 हजार के इनामी बदमाश अनिल उर्फ सोनू मटका को मुठभेड़ को बाद मार गिराया। इस एनकाउंटर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम भी यूपी एसटीएफ के साथ रही। मुठभेड़ में गोली लगने से घायल होने के बाद सोनू मटका को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कर गया लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि सोनू मटका ने 31 अक्टूबर यानी दिवाली की रात को दिल्ली के शाहदरा में व्यापारी चाचा -भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी थी, तभी से दिल्ली पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। दिल्ली पुलिस द्वारा उस पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस को अनिल उर्फ सोनू मटका की लोकेशन मेरठ मिली। इस पर दिल्ली पुलिस और यूपी एसटीएफ ने ऑपरेशन प्लान किया। सोनू मटका वर्ष 2014 में दिल्ली के शकरपुर इलाके में हुई हत्या के मामले में जेल में बंद था। वह 2021 में पत्नी के इलाज के लिए पैरोल लेकर जेल से बाहर आया था। लेकिन वह पैरोल खत्म होने के बाद जेल में न जाकर फरार हो गया। वर्ष 2014 में दिल्ली के शकरपुर इलाके में हुई हत्या की वारदात में सोनू मटका के साथ गाजियाबाद जनपद के लोनी थाना क्षेत्र के राजीव गार्डन का विजय उर्फ अजय भी शामिल था। सोनू मटका ने आठवीं तक पढ़ाई की थी वह दिल्ली में रहकर कर मैकेनिक का काम करता था। पुलिस के मुताबिक सोनू मटका वह उसका दोस्त विजय साहिबाबाद के पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा की हत्या करना चाहते थे। इस इरादे से वह एक बार अमरपाल की हत्या की इरादे से गए भी थे। लेकिन वहां काफी लोगों को देख वह भाग निकले थे। इस दौरान वह अपनी मोटरसाइकिल मौके पर ही छोड़ गए थे। दिल्ली की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने 30 नवंबर को सोनू मटका के साथी अजय उर्फ विजय को गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया था। दिल्ली पुलिस द्वारा अजय से सोनू मटका के बारे में जानकारी जुटाए जा रही थी। अजय उर्फ सोनू मटका जनपद बागपत के छपरौली शेरपुर लुहारा गांव का रहने वाला था। वह लंबे समय से दिल्ली के गोकलपुरी हरिजन बस्ती में रह रहा था। सोनू मटका के विरुद्ध सबसे पहले मुकदमा वर्ष 2014 में गाजियाबाद के लोनी थाने में दर्ज हुआ था। रमेश नमक ज्वेलर्स की हत्या और डकैती के मामले में वह पहली बार जेल गया। इसके बाद में वह 17 जून 2021 को जेल से बाहर आया। सोनू मटका ने दिल्ली में 26 मई 2022 को एक लूट की वारदात को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। इसके बाद 7 अक्टूबर को सोनू ने अपने साथियों के साथ मिलकर करोल बाग दिल्ली में डकैती डाली। पुलिस को अनिल उर्फ सोनू मटका के पास से एक पिस्टल 30 बोर, एक पिस्टल 32 बोर, 10 जिंदा कारतूस वह मोटरसाइकिल बरामद हुई। अनिल उर्फ सोनू मटका हाशिम बाबा एवं उमेश पंडित गैंग से जुड़ा हुआ था। मटका शातिर कुख्यात बदमाश था। उसे पर दिल्ली और यूपी में हत्या लूट डकैती आदि के एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। सोनू मटका ने दिवाली की रात को दिल्ली के शाहदरा में रहने वाले 40 वर्षीय आकाश शर्मा व उसके भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के दौरान हुई फायरिंग में उसका 10 वर्षीय बेटा भी गोली लगने से घायल हुआ था। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। मेरठ एसटीएफ के एसपी बृजेश सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम को सूचना मिली थी कि सोनू मटका मेरठ के टीपी नगर वेद- व्यास पुरी में आने वाला है। दिल्ली पुलिस द्वारा यह सूचना एसटीएफ को दी गई। दोनों ने मिलकर संयुक्त टीम बनाई सुबह 7:00 बजे वेदव्यास पुरी टीम पहुंच गई। सोनू मटका बाइक पर किसी का इंतजार कर रहा था पुलिस को देखकर वह भागने लगा पुलिस ने पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी 5 से 6 गोलियां पुलिस टीम पर उसके द्वारा फायर की गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की इसमें सोनू मटका को गोली लगी और वह बाइक से नीचे गिर गया पुलिस घायल अवस्था में उसे मेरठ के जिला अस्पताल ले गई जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।