
रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक/जन वाणी न्यूज़
गाजियाबाद।पुलिस के सख्त पहरे के के चलते डसना मंदिर पर हिन्दू संगठनों, महामंडलेश्वर द्वारा घोषित महापंचायत नहीं हो पाई। मंदिर के बाहर पंचायत की मात्र औपचारिकता पूर्ण की गई। उच्चाधिकारियों के आश्वासन पर पंचायत को एक सप्ताह के लिए स्थगित की कर दिया गया।
पंचायत के आयोजकों का आरोप है कि महिलाओं और साधुओं पर पुलिस प्रशासन द्वारा लाठीचार्ज आर साधुओं से अभद्रता की गई, और कई लोगों को हिरासत में लिया गया। राष्ट्रीय हिंदू वीर सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यम पंडित ने कहा कि भविष्य में मठ और मंदिरों पर हम राजनीति नहीं होने देंगे आज डसना में जितने भी हिंदू भाई एकत्रित हुए उनकी एकता का मजाक विधायक नंदकिशोर द्वारा बनाया गया। इसकी समस्त हिंदू संगठन घोर निंदा करते हैं
हिंदू रक्षा दल के नेता गौरव ने बताया कि भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर की पुलिस प्रशासन से पहले ही सांठ-गांठ थी डसना मंदिर पर होने वाली पंचायत को उसने नहीं होने दिया। सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए भाजपा विधायक ने हिंदुओं के सम्मान को ठेस पहुंचाई गई। पहले तो उसने लोगों का आवाहन किया कि आप के लिए मैं सब देख लूंगा पुलिस प्रशासन को अपनी जान तक न्योछावर कर दूंगा और पंचायत होकर रहेगी। लेकिन वहां पहुंचने के बाद जो भी हिंदू संगठनों के लोग वहां पहुंचे उन्हें अपमानित होना पड़ा विधायक द्वारा पुलिस प्रशासन से कहा गया कि मैं यहां से जा रहा हूं और मेरे हटते ही आप इन लोगों पर लाठियां बरसाए या मुकदमे दर्ज करे, जेल भेजें यह प्रशासन जाने इसकी हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं द्वारा कड़े शब्दों में निंदा की गई। और दी चेतावनी कि भविष्य में मंदिरों व मठों को लेकर राजनीति नहीं करने दी जाएगी एचआरडी के कार्यकर्ताओं का कहना था की विधायक सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए आगे रहे उन्होंने लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ की और अपनी राजनीति चमकाने के बाद यहां से चले गए और दूर-दूर से आए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को उनके हाल पर छोड़ दिया। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप था कि मंदिर की पंचायत के बहाने विधायक द्वारा पुलिस आयुक्त गाजियाबाद पर अपनी भड़ास निकाल एक बार फिर उनको वायसराय जैसे शब्दों से संबोधित किया। पंचायत में लोग दबी जुबान से कह रहे थे कि धर्म तो बहाना है असली निशाना अपनी राजनीति चमकाने एवं पुलिस आयुक्त के विरुद्ध अपनी भड़ास निकालना वह दबाव बनाना था ।