बागपत कॉस्मेटिक दुकानदार को झूठे केस में फंसाने की कोशिश दुकान में पुलिस से मिलकर हिस्ट्री सीटर ने रखा गांजा

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          रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक  / जन वाणी न्यूज़                                बागपत। कॉस्मेटिक दुकानदार को झूठे केस में फंसाने की कोशिश। दुकान में पुलिस से मिलकर हिस्ट्री सीटर ने रखा गांजा। यह देखिए यह होता है पुलिस का खेल। अगर कोई व्यक्ति पुलिस की शिकायत करें उसकी बात ना माने तो ऐसे फसाया जाता है भोले भाले लोगों को। झूठा मुकदमा लगाकर डाल दिया जाता है जेल में अगर यह बेचारा दुकानदार गांजे में पकड़ा जाता तो एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल जाता कानून के जानकारी के मुताबिक 6 महीने से लेकर 1 साल तक इस व्यक्ति को जेल में रहना पड़ता। जबकि कोई अपराध किसने किया ही नहीं है। पुलिस ने हिस्ट्री सीटर से सांठ-गांठ की दुकानदार को फसाने की। क्या होगा इस प्रदेश और देश का आजाद मुल्क में कानून के साथ इस तरह का घिनौना मजाक । खैर यह दुकानदार तो बेचारा बच गया लेकिन मैं जान ऐसे कितने लोग हैं जिनको पुलिस ने झूठे मामलों में फंसा कर जेल में डाल रखा है जलें भारी पड़ी है। पुलिस अपनी व्यक्तिगत रंजिश निकालने के लिए लोगों की जमानत तक नहीं होने देती यह बागपत की घटना तो बानगी भर है न जाने कितने निर्दोष लोगों को पुलिस ने झूठे मामलों में फंसा कर जेल में ठूंसा हुआ है। शिकायत करें तो उच्च अधिकारी नहीं सुनते हैं मेरे संज्ञान में ऐसे कई प्रकरण हैं जो बिल्कुल निर्दोष व्यक्ति हैं और उनके ऊपर पुलिस ने जानबूझकर झूठे मुकदमे लगाए हुए हैं प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को ऐसे मामलों पर संज्ञान लेकर दोषी अधिकारियों पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि किसी निर्दोष को झूठे मामले में जेल न जाना पड़े। बागपत के इस मामले में
हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस के साथ मिलकर फंसाने की कोशिश की
हिस्ट्रीशीटर ने फंसाने के लिए दुकान गांजा रखा फिर पुलिस को खबर कर दी सूचना मिलते ही पुलिस भी थोड़ी चली आई क्योंकि पहले से ही हिस्ट्री सीटर और पुलिस की सांठ-गांठ गांठ थी।
गांजे की सूचना मिलने पर पुलिस ने मारा छापा
दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की वजह से खुली पोल
पुलिस को मजबूरन गांजा रखने वाले सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजना पड़ा । हालांकि यहां तो सीसीटीवी ने दुकानदार का साथ दे दिया लेकिन सबके यहां सीसीटीवी कैमरा नहीं होता है आम आदमी के पास तो सीसीटीवी नहीं है वह कैसे पुलिस के इस षड्यंत्र से बचेगा यह सोचनीय विषय है?

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