
मुख्यमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री तो कह रहे हैं कि सबूत लाइए, कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अधिकारियों के खिलाफ सबूत लाएं कहां से? हम तो अपनी बात ही रख सकते हैं। अधिकारी मनमानी करते हैं। मुख्यमंत्री जी से कहने के लिए आया हूं। सबूत क्या होता है? मैं विधायक हूं। मैं कह रहा हूं, यह सबूत नहीं है क्या? विधायक का प्रोटोकॉल चीफ सेक्रेटरी से ऊपर होता है।
यह दर्द है गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर का, जो उन्होंने मीडिया से बातचीत में से बातचीत में साझा किया। वह लखनऊ में सीएम योगी की मेरठ मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ चुनाव की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने आए थे। उन्होंने कहा- केशव मौर्य ओबीसी के सबसे बड़े नेता हैं। उन्हें अफसरों ने सिराथू से चुनाव हरवाया था।
गुरुवार को मेरठ मंडल की समीक्षा बैठक में सीएम योगी के साथ लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर। भी शामिल रहे थे इस दौरान उन्होंने
मुख्यमंत्री से अधिकारियों द्वारा विधायकों की बात न मानने की शिकायत की थी। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा पुख्ता सबूत दे तो अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।गुरुवार को
सीएम योगी ने मेरठ मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की
लोकसभा चुनाव में कम सीटें आने के बाद से सीएम योगी मंडलवार जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे हैं। पूर्वांचल और अवध मंडलों की समीक्षा के बाद पश्चिम के मंडलों की समीक्षा शुरू हो चुकी है।
इसी क्रम में गुरुवार को सीएम योगी ने मेरठ मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की। योगी ने विधायकों को क्षेत्र की जनता से बराबर संवाद बनाए रखने को कहा। साथ ही जनता की समस्याओं को दूर करने की भी सलाह दी।
बैठक में विधायकों ने कहा कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते। इस पर सीएम योगी ने साफ कहा कि अगर कोई अधिकारी नहीं सुन रहा है, तो उसके खिलाफ ठोस सबूत के साथ शिकायत करें। तभी उस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी।
सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि बात न सुनने वाले अधिकारियों के खिलाफ ठोस सबूत लाएं।
समीक्षा में जनप्रतिनिधियों से जाना जीत-हार का कारण
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को लेकर हो रही है। सीएम लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर बीजेपी के विधायकों और सांसदों को बुला रहे हैं। बीजेपी के सहयोगी दलों के विधायकों और सांसदों को भी बुलाया जा रहा है।
योगी आदित्यनाथ एक कॉमन सवाल सबसे पूछते हैं कि बीजेपी को वोट कम क्यों मिले? सूत्रों की मानें, तो इस हार को लेकर ज्यादातर विधायकों ने सीएम योगी से कहा कि विपक्ष का फैलाया झूठ पूरी तरह से लोगों के दिमाग में भर गया।
वहीं लोकसभा में भाजपा की कम सीटें आने का विधायक नंद किशोर ने भाजपा की कम सीटें आने का टिकरा ब्यूरोक्रेसी पर फोड़ा था।
लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद नंद किशोर गुर्जर ने कहा था- अधिकारियों ने सपा के एजेंट के रूप में काम किया। पार्टी इस पर मंथन करेगी। अगर हमसे पूछेगी तो प्रमाण भी दिए जाएंगे। यूपी में अधिकारी आज तक सिर्फ दो नेताओं के कब्जे में आए हैं। एक राजनाथ सिंह और दूसरे कल्याण सिंह। ऐसा बयान देकर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की योग्यता पर भी सवाल या निशान लगाए थे? विधायक का कहना था कि राजनाथ सिंह व कल्याण सिंह जानते थे कि अधिकारियों को कैसे ठीक करना है। बाकी यूपी के अधिकारियों को आज तक कोई नहीं सुधार पाया है। अधिकारी अपनी मनमानी चला रहे हैं।
सात जनवरी, 2023 को नंद किशोर गुर्जर ने कहा था- अगर बिजली विभाग का कर्मचारी बताकर कोई फर्जी व्यक्ति घर में जबरन घुस आए तो उसे मौके पर ही जान से मार दो। लोग अगर खुद मारने में सक्षम नहीं हैं तो उन्हें बुला लें, मैं उसकी हत्या करूंगा।
फरवरी, 2023 में हुए निकाय चुनावों में कहा था- मदिरापान करने वाले या मांस खाने वाले किसी व्यक्ति को लोनी नगर पंचायत से टिकट नहीं दिया जाएगा। नेता ऐसा नहीं होना चाहिए जो शराब पीकर बलात्कार करे, लूट करे और अपने आप को जंगली पशु बताना शुरू कर दे। ऐसे लोगों की लोनी के अंदर जरूरत नहीं है।
नौ अक्टूबर, 2022 को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम में 2020 के दिल्ली दंगों को लेकर बयान दिया था। कहा था- हम लोग किसी को छेड़ते नहीं, लेकिन हमारी बहन-बेटी को कोई छेड़े, तो उसे हम छोड़ते भी नहीं। हम जिहादियों को मारेंगे, हमेशा मरते रहेंगे।
मार्च, 2022 में विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद कहा था- लोनी क्षेत्र में बिना अनुमति के एक भी मांस-मीट की दुकान या होटल नहीं खुलेंगे। लोनी में तुरंत मांस की दुकानों को बंद कराया जाए। हम लोनी को लंदन बनाएंगे।
करीब साल भर पहले कहा था- समाजवादी पार्टी ने ही अतीक अहमद को मरवाया है, ताकि राज न खुलें। यह बड़ बोले विधायक अपने उल्टे सीधे बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं। मीडिया की सुर्ख़ियों में बना रहना इनका शौंक बन गया है।