रविन्द्र बंसल प्रधान संपादक / जन वाणी न्यूज़ एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी 24 घंटे में बनी महामंडलेश्वर, संगम में डुबकी लगाई, किन्नर अखाड़े में 10 हजार लोग पहुंचे, महामंडलेश्वर बनने की पूरी कहानी प्रयागराज महाकुंभ नगर। एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी 24 घंटे में एक्टर से महामंडलेश्वर बन गई। वह रात 11:00 बजे महाकुंभ में पहुंची और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मिली। दोनों में लंबी बात हई। दोपहर में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर वह अन्य पदाधिकारीयों के साथ अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र पुरी से मिलकर महामंडलेश्वर बनने के विषय में वार्ता हुई। वहां से महामंडलेश्वर बनने की हरी झंडी मिल गई। इसके पश्चात ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने की प्रक्रिया शुरू हुई। सर्वप्रथम पिंडदान हुआ और संगम में डुबकी देर शाम किन्नर अखाड़े में पट्टाअभिषेक और वह महामंडलेश्वर बन गई।एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने संगम तट पर पिंडदान किया और महामंडलेश्वर बन गई , अब ममता नंद गिरी यह पदवी उनको किन्नर अखाड़े द्वारा दी गई।बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी अब किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई। ममता ने शुक्रवार को संगम तट पर पिंड दान किया। उनका नया नाम यामाई नंद गिरी रखा गया है।संगम में डुबकी लगाने के बाद वह किन्नर अखाड़े के लिए नकली।ममता कुलकर्णी ने अपने महामंडलेश्वर बनने की जानकारी सोशल मीडिया पर विडियो शेयर कर दी। उन्होंने सोशल मीडिया कहा कि सब महाकाल और आदि शक्ति इच्छा से हुआ है। मुझे कल ही महामंडलेश्वर बनने का मौका मिला । एक्टर्स ममता कुलकर्णी ने कहा कि कुंभ में मुझे ब्रह्मा विष्णु महेशन्नर अखाड़े के अन्य महामंडलेश्वरों ने ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने के बाद उनके साथ फोटो खिंचवाई।53 वर्षीय ममता सुबह ही महाकुंभ में किन्नर अखाड़ा पहुंची थी। उन्होंने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से मुलाकात की और आशीर्वाद लिया। दोनों के बीच लगभग 1 घंटे तक महामंडलेश्वर बनने को लेकर वार्ता हुई। इसके बाद किन्नर अखाड़े द्वारा उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी देने का ऐलान कर दिया। ममता ने कहा कि महाकुंभ में आना और यहां की भव्यता को देखना उनके लिए बहुत यादगार पल है। ममता कुलकर्णी ने कहा यह मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस महाकुंभ की पवित्र बेला की साक्षी बन रही हूं, और संतों का आशीर्वाद प्राप्त कर रही हूं। ममता जब किन्नर अखाड़े पहुंची तो वहां भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ममता के साथ फोटो खिंचवाने व सेल्फी लेने कि लोगों में हॉट सी लग गई।ममता के महामंडलेश्वर बनने पर जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने कहा , सन्यास लेना सबका अधिकार है वह अपनी मोह मया और एक प्रकार से सांसारिकता त्याग कर श्रेष्ठ कार्यों के लिए लोक कल्याण के कर्यों परमारथिक जीवन जीने के लिए अगर कोई व्यक्ति आना चाहता है तो उसका स्वागत होना चहिए।
कुंभ नगरी में सभी अखाड़ों द्वारा लगातार महामंडलेश्वर, श्रीमहंत व महंत बनाए जाने की प्रक्रिया जारी है। अभी तक जो महामंडलेश्वर बनाए गए हैं, उनकी उम्र 13 साल से अधिक रही है। दिगंबर अनी अखाड़े में सबसे काम उम्र के महामंडलेश्वर बनाए गए हैं। मात्र 18 वर्ष की उम्र में सियाराम दास महाराज को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई है। महामंडलेश्वर सियाराम महराज महज 13 वर्ष की आयु में घर परिवार त्याग कर संन्यास जीवन में आ गए थे।सबसे कम 18 वर्ष की उम्र में महामंडलेश्वर बने महाराज सियाराम दास
एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने कहा कि उन्हें कुंभ में ब्रह्मा विष्णु महेश दीखाई दिए।