सावन की शिवरात्रि पर देशभर के शिवालयों में बम-बम भोले की गूंज
नई दिल्ली। सावन की शिवरात्रि के पावन पर्व पर देश भर के सभी शिवालयों, देवालयों और अन्य मंदिरों, पूजा-स्थल में सुबह से ही बम-बम भोले के उद्घोष से गुंजायमान हैं। कांवड़िया तीर्थयात्री पवित्र गंगाजल लेकर शिवालयों में पहुंच रहे हैं। दोपहर बाद से शिवरात्रि के शुभ मुहूर्त है। तीन बजे से भगवान आशुतोष का जलाभिषेक शुरू हो जाएगा।
दिल्ली एनसीआर के सभी शिवालियों में सुबह से शिव भक्तों की भीड़ है। सभी शिवालय बोल बम के जयकारों से गूंजायमान है। उत्तर प्रदेश के सभी स्थानों में सावन की शिवरात्रि धूम-धाम से मनाई जा रही है। चारों ओर बोल बम के जयकारों से ऐसा प्रतीत होता है कि सब कुछ शिवमय: हो गया हो।
पुरा महादेव सिद्ध पीठ शिवालय, अयोध्या धाम के नागेश्वर नाथ मंदिर, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर, प्रयागराज के मनकामेश्वर मंदिर , गाजियाबाद के दूधेश्वर नाथ मंदिर, मेरठ के काली पलटन मंदिर में सुबह से ही लोगों की पूजा अर्चना करने के लिए लंबी कतारें लगी हुई है। हरिद्वार में मां गंगा के पावन तटों पर लोग स्नान कर शिवालयों की तरफ बढ़ रहे हैं।कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर भारी भीड़ देखने को मिली है।
हर की पैड़ी हरिद्वार , ऋषिकेश व गोमुख आदि स्थानों से पवित्र गंगाजल लेकर हरियाणा , पंजाब राजस्थान के अधिकांश कांवड़ियां अपने गंतव्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। कांवड मार्गों पर बम-बम भोले के उद्घोष की गूंज रहे है। समूचा वातावरण शिवमय: प्रतीत हो रहा है।
सावन की शिवरात्रि के महापर्व पर शिव भक्त हरिद्वार, ऋषिकेश व गोमुख आदि स्थान से पवित्र जल लेकर देश के कोने-कोने तक ले जाते हैं एवं शिवालयों मैं जल अभिषेक कर पूजा अर्चना करते हैं। लाखों की संख्या में भगवान शिव के उपासक कावड़ में पवित्र जल लेकर उक्त स्थानों से पैदल चलकर विभिन्न शिवालयों में जल अभिषेक करते हैं। कावड़ मार्ग पर रंग-बिरंगे सजी-धजी कावड़ कंधे पर उठाये बोल बम के जयकारों के साथ कावड़िया बड़ी श्रद्धा से अपने गंतव्य की ओर बढ़ चले जाते हैं। शिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है। शिवालयों में भजन – कीर्तन एवं भंडारों का आयोजन किया जाता है। बोल बम के जयकारों से इस दिन ऐसा प्रतीत होता है जैसे समूचा विश्व ही शिवमय हो गया हो।
