जयदेव गुप्ता और पत्नी गुलापी गुप्ता जयदेव गुप्ता और पत्नी गुलापी गुप्ता एवं
20 जुलाई 2024
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर से लगे हुए चिटकाकानी गांव के सुशील गुप्ता चाहते हैं कि उन्हें अपने पिता के साथ-साथ माँ के मृत्यु संस्कारों की अनुमति दी जाए.
हालांकि रायगढ़ ज़िले की पुलिस ने सुशील गुप्ता की माँ गुलापी गुप्ता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर रखी है, जिसमें लिखा है कि रविवार की रात से वो लापता हैं.
लेकिन गांव के लोगों का दावा है कि गुलापी गुप्ता, 65 साल के अपने पति जयदेव गुप्ता की जलती चिता में, रविवार की रात ‘सती’ हो गईं. कुछ लोग इसे ‘आत्मदाह’ बता रहे हैं.
जिस शमशान घाट में गुलापी गुप्ता ने कथित ‘आत्मदाह’ किया, वहां अब पुलिस का पहरा है. मुख्य सड़क पर सादी वर्दी में पुलिस के जवान तैनात हैं और हर आने-जाने वालों पर नज़र रख रहे हैं.
पुलिस को आशंका है कि शमशान घाट में कहीं कोई धार्मिक आयोजन न शुरू कर दिया जाए
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सुशील के घर से शमशान की जगह क़रीब 500 मीटर दूर है.
सुशील गुप्ता कहते हैं, “आधी रात के बाद जब गांव वालों के साथ मैं शमशान घाट पहुंचा तो वहां पिता की चिता से कुछ दूरी पर मेरी मां की साड़ी, चप्पल और चश्मा पड़ा हुआ था. पिता की चिता में ही, मेरी माँ का शरीर लगभग जल चुका था. फिर हम लोगों ने पुलिस को सूचना दी.”
रायगढ़ शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर कोतरलिया पंचायत का चिटकाकानी गांव, ओडिशा की सीमा से बराबर की दूरी पर है.
इस गांव में कई परिवार ओडिशा के हीराकुंड बांध के डूब क्षेत्र परसदा जुगनी से विस्थापित हो कर यहां बसे हैं.
इनमें से ही एक, कोलता समाज के जयदेव गुप्ता और उनकी पत्नी, घर से कुछ दूरी पर ही, दर्जी की दुकान चलाते थे.